Winter Baby Care Tips : सर्दियों में इन तरीकों से पहचानें बच्चे के शरीर में पानी की कमी
- Winter Baby Care Tips : शरीर में पानी की कमी होना हर मौसम में बेहद घातक होता है, ऐसे में अगर बात छोटे बच्चों की हो तो ये स्थिति बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
- ऐसे में आज हम आपको छोटे बच्चों के शरीर में पानी की कमी यानि डिहाइड्रेशन को पहचानने के तरीके बता रहे हैं। जिससे आप समय पर पानी की कमी को पूरा करके उन्हें गंभीर नुकसान से बचा सकें।

Winter Baby Care Tips : सर्दियों में त्वचा में पानी की कमी यानि रुखेपन से बड़ों के साथ बच्चों को भी जूझना पड़ता है। ऐसे में अगर समय से शरीर में जरुरी पानी की मात्रा को पूरा न किया जाए, तो बड़ों के साथ बच्चे को भी बेहोशी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हम आपको छोटे बच्चों में डिहाइड्रेशन होने यानि शरीर में पानी की कमी को पहचानने के टिप्स बता रहे हैं।
इन तरीकों से पहचाने बच्चे के शरीर में पानी की कमी
1. होठों और त्वचा का बार-बार सूखना
अगर बड़ों की तरह बच्चों की स्किन और होंठ भी दिन में कई बार सूखते हैं, तो इसका मतलब ये हैं कि उनके शरीर में जरुरी पानी का स्तर कम हो गया है, वो धीरे-धीरे डिहाइड्रेशन की स्थिति में पहुंच रहे हैं। ऐसे में इस सिचुएशन को पहचानकर शिशु को दूध या पानी या तरल पदार्थो का सेवन कराने की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए।
2. बिना आंसू के रोना
आमतौर पर रोते समय हर किसी की आंखों से आंसू निकलते हैं। अगर आपका बच्चा बार-बार बिना आंसू के रो रहा है, तो ये उसके शरीर में पानी की कमी को दर्शाता है। ऐसे में तुरंत उसके शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ाने के साथ डॉक्टर की सलाह पर अन्य उपाय भी कर सकते हैं।
3. डायपर का कम गीला होना
अगर अचानक से कुछ दिनों से आपके बच्चे का डायपर पहले की तुलना में कम गीला होता है, तो ये उसके शरीर में पानी की कमी का मुख्य संकेत है। ये आमतौर पर शरीर को पूरा पौषण न मिलने या नींद पूरी न होने पर भी होता है। इसके अलावा उसके पेशाब में रंग में पीला गहरापन आना भी शरीर में डिहाइड्रेशन को दर्शाता है।
4. चिड़ाचिड़ा व्यवहार करना
अगर आपका बच्चा बार-बार रो रहा है और उसे खिलाने या दूध पिलाने के बाद भी रोना बंद नहीं हो रहा है, तो वो शरीर में पानी की कमी और नींद की कमी के कारण की वजह से भी ऐसा कर सकता है। ऐसे में आप उसे तरल पदार्थों और ओआरएस के घोल के अलावा सुलाने की कोशिश करें।
5. बच्चे का अधिक सोना
बड़ों की तुलना में छोटे बच्चों को पूरा पौषण न मिलने या पानी की कमी होने पर अत्याधिक नींद आती है। जिससे वो दिन का ज्यादा से ज्यादा समय सोकर बिताते हैं। अगर आपका बच्चा भी अचानक से कुछ दिनों से ज्यादा सो रहा है, तो इसे इग्नोर न करें और डॉक्टर की सलाह लें।
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