Health: घंटों तक इस पॉजिशन में बैठना हो सकता है खतरनाक, सेहत पर पडता है बुरा असर
एक पैर के ऊपर दूसरा पैर रखना बैठने की इसी पॉजिशन को क्रॉस लेग पॉजिशन कहते है। इस पॉजिशन में घंटों तक बैठने से ब्लड प्रेशर से लेकर ज्वाइंट में दर्द और बैक पेन जैसी समस्या हो सकती है।

लोग ऑफिस से लेकर घरों में अपने अलग- अलग स्टाइल में बैठते है, लेकिन बैठने की ही कुछ (Position) पॉजिशन ऐसी है जो आप के शरीर को आराम देने की जगह सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। घंटों तक इस पॉजिशन में बैठना खुद को बीमार करने जैसा है। यह खतरनाक पॉजिशन (Cross Leg) क्रॉस लेग कर बैठने की है। ऑफिस से लेकर घर तक में बहुत से लोग इसी पॉजिशन में बैठते है। जिसके चलते उन्हें (High BP) हाई बीपी से लेकर पैरो के (Joint pain) ज्वाइंट में दर्द की समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट के अनुसार क्रॉस लेग पॉजिशन में बैठने से आप को क्या क्या बीमारी हो सकती हैं जानिए...
घंटों तक बैठने से बढ़ जाता है ब्लड प्रेशर
हाल ही में एक (Health Study) हेल्थ स्टडीज में सामने आया कि (Cross Position) क्रॉस पॉजिशन यानि एक के ऊपर एक पैर रखकर बैठने से हमारी नर्व्स पर दबाव पड़ता है। इसके चलते हमारा (Blood Pressure) ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ जाता है। इसलिए लोगों को लंबे समय तक इस पॉजिशन में नहीं बैठना चाहिए। साथ ही बीपी के मरिजों को पॉजिशन में बैठने से बचना चाहिए।
ज्वाइंट पेन की भी हो जाती है समस्या
एक ही स्थान पर खासतौर पर ऑफिस में घंटों तक लोग कुर्सी पर क्रॉस लेग पॉजिशन में बैठे रहते है। इस वजह से जॉइंट पेन की समस्या होने लगती है। कई बार लोग समझ नहीं पाते हैं कि वॉक, एक्सर्साइज और योगा करने के बाद भी जॉइंट्स में दर्द क्यों हो रहा है। तो इसकी वजह उनका घंटों तक क्रॉस लेग पॉजिशन में बैठना है। इसी पॉजिशन में नसों के दबने से ज्वाइंट्स में दर्द की समस्या होती है।
लोअर बैक में भी हो जाता है दर्द
क्रॉस लेग पॉजिशन में घंटों तक बैठने से ज्वाइंट ही नहीं लोअर बैक में भी दर्द की समस्या हो जाती है। अगर आपको भी लोअर बैक में दर्द है तो आप भी अपने बैठने की पॉजिशन पर ध्यान दें और क्रॉस लेग पॉजिशन में बैठना बंद कर दें।
डिस्टर्ब हो जाता ब्लड सर्कुलेशन
क्रॉस लेग पॉजिशन में बैठने से बीपी पर ही नहीं बल्कि ब्लड सर्कुलेशन भी डिस्टर्ब हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हम क्रॉश पॉजिशन में बैठते है तो एक पैर के ऊपर दूसरा पैर रखा होता है। ऐसे में दोनों पैरों में बल्ड सर्कुलेशन एक समान नहीं हो पाता है। इस कारण पैरों में झंझनाहट और सुन्न होने की समस्या होने लगती है।