A नेगेटिव ब्लड ग्रुप के लोगों को कोरोना होने का ज्यादा खतरा, जानें किस ब्लड ग्रुप के लोगों को सबसे कम खतरा
Coronavirus: कई देश कोरोना खतरनाक वायरस (Coronavirus) पर अलग अलग रिसर्च (Research) कर रहे हैं। हाल ही में जर्मनी की कील यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने दावा किया है कि A ब्लड ग्रुप वालों को कोरोना होने का ज्यादा खतरा है।

Coronavirus: कोरोना वायरस को लेकर शुरू से ही तरह तरह की रिसर्च की जा रही है (Coronavirus Research)। डॉक्टर और साइंटिस्ट इसको लेकर तमाम मुमकिन कोशिशें कर रहे हैं। कई देश इस खतरनाक वायरस (Coronavirus) पर अलग अलग रिसर्च (Research) कर रहे हैं। हाल ही में जर्मनी की कील यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने दावा किया है कि A ब्लड ग्रुप वालों को कोरोना होने का ज्यादा खतरा है। इस ब्लड ग्रुप के लोगों को इंफेक्शन का स्तर ज्यादा गंभीर होने की संभावना है।
A ब्लड ग्रुप वाले लोगों को कोरोना का 6 प्रतिशत तक ज्यादा खतरा
रिसर्चर्स (Researchers) का कहना है कि दूसरों के मुकाबले A ब्लड ग्रुप A Blood Group) वाले लोगों को कोरोना का खतरा 6 प्रतिशत तक ज्यादा होता है। रिसर्च से सामने आया कि A ब्लड ग्रुप वाले कोरोना मरीज में डीएनए का एक खास हिस्सा ऐसा होता है जो इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। वहीं इससे पहले एक रिसर्च चीन में भी हुई जिससे पता लगा था कि A ब्लड ग्रुप वाले लोगों को कोरोना इंफेक्शन होने का ज्यादा खतरा है।
इन लोगों की मौत होने का भी खतरा
इसके साथ ही रिसर्चर्स ने इस बात पर भी उम्मीद लगाई है कि A ब्लड ग्रुप वाले लोगों ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत पड़ सकती है। इतना ही नहीं बल्कि उन्हें वेंटिलेटर पर भी जाना पड़ सकता है। यही कारण है कि हैल्थी और युवा भी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। इसके साथ ही इन लोगों की मौत होने का भी खतरा है।
कोरोना पीड़ित 40 प्रतिशत तक युवा हैं
अमेरिका में कोरोना पीड़ित 40 प्रतिशत तक युवा हैं। वहीं स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार बीते हफ्ते कोरोना की चपेट में आने वालों लोगों की उम्र 18 से 49 साल थी। वहीं रिसर्चर्स अभी इस बात का पता लगाने में लगे हुए हैं कि A ब्लड ग्रुप के लोगों में किस उम्रे के लोग सबसे ज्यादा इंफेक्शन के रिस्क जोन में हैं।
O-ब्लड ग्रुप वाले लोगों को कम खतरा
वहीं रिसर्चर्स ने बताया कि कोरोना संक्रमण के गंभीर रूप लेने का सबसे कम खतरा O-ब्लड ग्रुप वाले लोगों को हो सकता है। A ब्लड ग्रुप के लोगों में कोरोना होने का कारण इम्यून सिस्टम हो सकता है। जो ज्यादा सक्रिय होने पर फेफड़ों में सूजन बढ़ाते हैं और दूसरे हिस्सों को इस कदर प्रभावित करता है कि ये कोरोना से लड़ नहीं पाते हैं।