Amla Navami 2019 : सेहत के लिए आंवला है अमृत, जानिए आंवला के औषधीय गुण
Amla Navami 2019 : कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला नवमी या अक्षय नवमी भी कहा जाता है। आंवला खाने के फायदे अनेक हैं, विटामिन सी से भरपूर आंवला एक गुणकारी औषधीय फल है। आंवले की तासीर ठंडी होती है। आंवलें के पौषक तत्वों की बात करें तो इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, जिंक, आयरन, विटामिन सी,सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जिसकी वजह से आवंले का सेवन करना हर मौसम में फायदेमंद होता है। इसलिए आज हम आंवला नवमी (Amla Navami 2019) पर आपको आंवला के फायदे, आंवला का कितनी मात्रा में सेवन करना चाहिए और आंवला का उपयोग कैसे करें आदि जानकारी लेकर आए हैं। आइए जानते हैं...

Amla Navami 2019 : आंवला नवमी का त्योहार दिवाली से 8 दिन बाद मनाया जाता है। साल 2019 में 5 नवंबर को आंवला नवमी (Amla Navami) है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन आंवले के पेड़ या पौधे की पूजा की जाती है और उसकी छाया में भोजन करने को अत्यंत शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किया गया स्नान, पूजा और दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है और काया निरोगी बनती है। इसलिए आज हम आपको आंखों, बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद आंवला के फायदे और उनका उपयोग करने का तरीका बता रहे हैं..
आंवला के पौषक तत्व (Amla Nutirious Value) | आंवला के विभिन्न नाम (Different Types of Amla Name) | ||
ऊर्जा: 20 कैलोरी | तेलुगु: उसरी कै | ||
प्रोटीन: 0.2 ग्राम | हिंदी, उर्दू और गुजराती: आंवला | ||
कार्बोहाइड्रेट: 4.8 ग्राम | कन्नड़: बेट्टाडा नीक्कायी | ||
फाइबर: 1.2 ग्राम | तमिल और मलयालम: नेली | ||
विटामिन ए: 3.2 एमसीजी | अंग्रेजी: गूज़बैरी | ||
विटामिन सी: 210 मिलीग्राम | संस्कृत: अमालिका | ||
फोलिक एसिड: 0.1 मिलीग्राम | उड़िया: अनला | ||
कैल्शियम: 17.5 मिलीग्राम | मराठी: अवाला | ||
लोहा: 0.4 मिलीग्राम | असमी: अमलाखी | ||
मैग्नीशियम: 7 मिलीग्राम | पंजाबी: औला | ||
फॉस्फोरस: 0 मिलीग्राम | मैथिली भाषा: धात्रिक | ||
सोडियम: 1.8 मिलीग्राम | नेपाली: अमाला | ||
पोटेशियम: 78.8 मिलीग्राम | मलेशिया: मलक्का ट्री |
आंवला क्या होता है (What is Amla)
आंवला एक खट्टा और कसैले स्वाद का औषधीय फल है। जो सर्द मौसम में नमी और पहाड़ी क्षेत्रो में उगाया जाता है। विटामिन सी से भरपूर हल्के हरे रंग का गोल और छोटे आकार का फल होता है। आयुर्वेद में भी आंवले को सेहत के लिए बेहद उपयोगी माना है इसलिए इसके औषधीय गुणों का विस्तार से उल्लेख मिलता है। आंवला दमा, खांसी, श्वास रोग, कब्ज, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार,पौरुष बढ़ाने और चर्बी घटाकर मोटापा दूर करने के अलावा बालों को काला, लम्बा और घना, स्किन प्रॉब्लम्स को समाप्त करने में भी कारगर साबित होता है।
आंवला के विभिन्न प्रकार (Type of Amla)
आंवला बनारसी, चकैया, फ्रांसिस आंवला और जंगली हिमालयन आंवला जैसे कई प्रकार में पाया जाता है। सामान्य रुप से आंवला बाजार में हर जगह आसानी से उपलब्ध होता है।
आंवला का उपयोग (Amla Use)
1. आंवले का रस या जूस - आंवले का रस या जूस पेट संबंधी रोगों में बेहद असरदार साबित होता है। क्योंकि ये पचाने में आसान होता है। इसे आप अपने रोजाना की लाइफ में अपना एक रुटीन की तरह अपना सकते हैं। आमतौर पर लोग सर्दियों में वेजिटेबल जूस में आंवले को मिक्स करके पीना पसंद करते हैं।
2. आंवले का मुरब्बा या कैंडी - आंवले को छोटे आकार में काटकर चीनी में पकाकर बनाया गया मुरब्बा और कैंडी बच्चों के साथ बड़ों को भी बेहद पसंद आती है। आंवले का मुरब्बा या कैंडी बाजार में आसानी से खरीद सकते हैं।
3. आंवले का पाउडर - जो लोग खट्टे और कसैले आंवले को मुरब्बा, कैंडी या कच्चा नहीं खा पाते हैं वो खुद को हेल्दी रखने के लिए रोजाना 1-2 चम्मच आंवले के पाउडर का सेवन कर सकते हैं। इससे उन्हें आंवला के सभी पौषक तत्व सरलता से मिल सकेगें।
आंवला का उत्पादन (Amla Production)
आंवला का उत्पादन मुख्य रुप से एशिया और यूरोप मे किया जाता है। क्योंकि आंवला का नमी और पहाड़ी इलाके में उत्पादन किया जाता है। भारत की जलवायु और हिमालयन रेंज आंवला उत्पादन के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। देश में उत्तर प्रदेश का प्रतापगढ़ आंवले की खेती के लिए प्रसिद्ध है। जबकि यूरोप में ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, स्कॉटलैंड और नॉर्वे में इसकी खेती की जाती है। आंवले की एक खासियत ये हैं कि इसकी खेती के लिए आसपास में कई अन्य आंवले के पेड़ या पौधे होना आवश्यक है वरना उसमें फल नहीं लगते।
आंवला का महत्व और इसका सेवन करना क्यों है फायदेमंद (Importance of Amla And Why it is Beneficial to Consume It)
आंवला न सिर्फ सेहत बल्कि बालों और त्वचा संबंधी परेशानियों के लिेए रामबाण साबित होता है। आंवला का नियमित रुप से करने से आप एलर्जी, कैंसर, लिवर संबंधी परेशानी, डायबिटीज, आंखों की समस्या, मुंहासे, बढ़ती उम्र के निशान, डैंड्रफ, सफेद बालों जैसी अनगिनत समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करती है। जिससे आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवनशैली अपना सकते हैं।
आंवला के सेवन की सही मात्रा (Amla intake right Dosage)
अगर आप हर मौसम में खुद को हेल्दी और फिट रखना चाहते हैं, तो ऐसे में आप रोजाना आंवला जूस, आंवला पाउडर या आंवले का मुरब्बा खाने की आदत जरुर बना लें। लेकिन आंवला का सेवन करने से पहले उसकी सही मात्रा का पता होना बेहद जरुरी है, क्योंकि हर चीज की तरह इसकी अधिकता भी किसी अनजानी समस्या का कारण बन सकती है। सामान्य रुप से डॉक्टरों और आयुर्वेदाचार्य के मुताबिक रोजाना 1 ताजा आंवला का सेवन करना फायदेमंद होता है। जबकि 10-20 मिलीलीटर आंवला रस और 2 चम्मच यानि 4 ग्राम आंवला पाउडर का सेवन करना उचित होता है।
आंवला के फायदे (Amla Benefits)
1. एलर्जी से बचाव (Allergy Prevention)
आंवला में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ एंटी फंगल तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जिससे आप त्वचा और सिर में होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स यानि खुजली और एलर्जी से छुटकारा पा सकते हैं। एलर्जी और सिर के फंगल इंफेक्शन के लिए आप आंवला अर्क यानि रस को सिर की खोपड़ी वाले के प्रभावित हिस्से पर लगाएं और सूखने के कुछ समय बाद साफ पानी से सिर को धो लें। इसके साथ नियमित रुप से ताजा आंवला या आंवले के रस का सेवन करना भी उपयोगी रहता है।
2. आंखों के लिए आंवला (Amla For Eyes)
आंखों की घटती रोशनी,आंखों में खुजली और जलन की समस्या में भी आंवला का सेवन करना फायदेमंद होता है, क्योंकि आंवले में विटामिन सी के साथ विटामिन A भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके लिए आप नियमित रुप से सुबह या शाम को खाली पेट आंवला पाउडर या आंवले के जूस का सेवन करना चाहिए।
3. डायबिटीज में असरदार (Effective in Diabetes)
डायबिटीज में शरीर की इंसुलिन यानि शुगर बढ़ जाता है, जिसका बुरा असर धीरे-धीरे शरीर के अन्य अंगों यानि आंखों, दिल और किडनी पर पड़ने लगता है। ऐसे में अगर आप रोजाना क्रोमियम तत्व से भरपूर आंवला का जूस, आंवला पाउडर, कच्चा आंवला या आंवला को शहद और हल्दी पाउडर के साथ मिलाकर दिन में दो बार सेवन जरुर करें।
4. कैंसर कोशिकाओं को करता है खत्म (Reduce Cancer Cells )
कैंसर की बहुत सारी आयुर्वेदिक दवाओं के साथ आंवला का नियमित रुप से सेवन करना भी लाभदायक होता है। अगर आप कैंसर की फर्स्ट स्टेज पर आंवला का सेवन करना शुरु करते हैं, तो आप इसे पूरी तरह खत्म करने में सफल हो सकते हैं। क्योंकि रोजाना कच्चे आंवले का सेवन करने से शरीर में कैंसर कोशिकाओं के फैलने से रोकने में मदद मिलती है। ताजा आंवला को शहद के साथ मिलाकर सेवन करें, लेकिन आंवला का उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
5. पीलिया से मिलती है निजात (Get rid of Jaundice)
आंवला में बहुत सारे एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट तत्व उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। जिससे पीलिया संबंधी परेशानियों को ठीक करने में मदद मिलती है। आंवला में मौजूद विटामिन सी से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और पीलिया इंफेक्शन को शरीर में फैलने से रोकता है। पीलिया में पीड़ित को हमेशा आंवले का रस शहद मे मिलाकर देनें से कुछ ही दिनों में राहत मिलती है। पीलिया के लिए आंवला चाय पीना भी लाभदायक होता है।
त्वचा के लिए आंवला के फायदे (Amla Skin Benefits)
1. मुंहासों में होता है असरदार (Effective in Pimples And Acne)
नियमित रुप से आंवला का सेवन करने से शरीर का इम्यून सिस्टम के साथ पेट संबंधी रोगों यानि गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से निजात मिलती है। जिससे त्वचा संबंधी यानि कील मुंहासों से राहत मिलती है। मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए ताजे आंवले का सेवन करने के साथ आंवले पाउडर में एलोवेरा या गुलाब जल को मिलाकर चेहरे पर लगाएं और सूखने पर साफ पानी से धो लें।
2. त्वचा की जलन को कम करता है (Reduces Skin Irritation)
आंवला की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में अगर आपकी त्वचा में कभी भी गर्मी या किसी अन्य वजह से जलन महसूस हो तो आप आंवला का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप आंवला पाउडर में गुलाब जल मिलाएं और जलन वाले स्थान पर लगाकर छोड़ दें। जलन खत्म होने पर साफ ठंडे पानी से धो लें।
3. एंजिग को करती है धीमा (Slows Down Angig)
आंवला का सेवन करना आपकी बढ़ती उम्र के निशानों को धीमा करने की क्षमता रखता है। क्योंकि इसमें पाए जाने वाला विटामिन सी, विटामिन ए और एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व एंजिग की गति को बेहद धीमा कर देते हैं। जिससे आप लंबे समय तक जवान दिख सकते हैं। आंवले का रस या पाउडर गुलाब जल, एलोवेरा और नींबू के रस को मिलाकर चेहरे पर लगाएं और 20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें।
बालों के लिए आंवला के फायदे (Amla Hair Benefits)
बालों को घना और लंबा बनाने के लिए आंवला (Amla For Fast Hair Growth)
आंवला में कई सारे विटामिन,मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स तत्व पाए जाते हैं। जिससे स्केल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और नए बालों के विकास होने में मदद मिलती है। इसके साथ ही बालों की गुणवत्ता यानि वो मोटे होते हैं। बालों को मजबूत बनाने के लिए एलोवेरा जेल, आंवला का रस और अंडे को मिक्स करके स्कैल्प पर लगाएं और सूखने पर शैंपू कर लें।
डैंड्रफ के लिए आंवला (Amla For Hair Dandruff)
आज के दौर में युवावास्था में ही लोगों को बालों में डैंड्रफ होने लगी है। ऐसे में अगर आप भी डैंड्रफ से परेशान हैं, तो 1-2 अंडे, नींबू का रस, प्याज का रस और एलोवेरा के साथ आंवला का रस मिलाएं और फिर इसे स्कैल्प पर लगाएं। इसे सूखने दें या 20-25 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर पानी से धो लें। इस हेयर मास्क को सप्ताह में 1-2 बार लगाने से डैंड्रफ खत्म होने के साथ बालों की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। क्योंकि आंवले में मौजूद विटामिन सी स्कैल्प में नमी बरकरार रखने के साथ एंटी-बैक्टीरियल,एंटी फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो पूरे सिर में डैंड्रफ को फैलने से रोकता है।
आंवला खाने के नुकसान (Disadvantage Of Eating Amla)
1. हाइपर एसिडिटी (Hyper Acidity)
आंवला में उच्च मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है, जिससे शरीर को डिटॉक्सिफिकेशन करने में मदद मिलती है, लेकिन अगर अधिक मात्रा में आंवला का सेवन लंबे समयतक किया जाए, तो इससे आप हाइपर एसिडिटी का शिकार हो सकते हैं, क्योंकि ये पेट में अम्लता को उत्पन्न करता है।
2. रक्तचाप के स्तर पर प्रभाव (Impact On The Blood Pressure Levels)
अगर आप लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही आंवले का सेवन करें। क्योंकि सूखा आंवला ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में आपके लिए ये नुकसानदायक हो सकता है।
3. डायरिया (Diarrhoea)
अगर आपको डायरिया यानि दस्त की समस्या है, तो भूलकर भी आंवले का किसी भी रुप में सेवन न करें, क्योंकि आंवला कब्ज आदि समस्याओं में लाभकारी होता है यानि वो पेट की पाचन संबंधी प्रक्रिया को खराब कर सकता है।
4. मधुमेह (Diabetes)
आंवला डायबिटीज में खून में मौजूद शुगर को कम करने में कारगर होता है, लेकिन अगर आप शुगर की दवा का सेवन कर रहे हैं, या अधिक मात्रा में आंवले का सेवन करते हैं, तो इससे शरीर में तेजी से रक्त शर्करा कम हो सकती है। जो एक अन्य समस्या का कारण बन सकती है।
5. वजन घटाने (Weight Loss)
अगर आप आंवला का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो इससे आप अंडरवेट यानि तेजी से वजन घटने की समस्या हो सकती है। ये ज्यादा मोटे और ओवरवेट वाले लोगों के लिए वरदान है, लेकिन अगर आप सामान्य वेट के हैं, तो इसका सेवन सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
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