सर्दी के मौसम में आंख में दिख रहे ये लक्षण तो हो जाएं सावधान, वरना हो जाएंगे अंधेपन का शिकार
सर्दी के मौसम में ड्राई आइज (Dry Eyes) यानी आंखों में सूखापन आम समस्या है। ऐसा आंखों में फ्लूड यानी चिकनाई की कमी से होता है। यहां आपको ड्राई आइज प्रॉब्लम के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में बताया जा रहा है।

Eye Care Tips: सर्दी का मौसम स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा माना जाता है लेकिन कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जो इस मौसम में लोगों को परेशान करती हैं। इनमें से आंखों में सूखेपन की समस्या यानी ड्राई आइज की प्रॉब्लम भी एक है। नई दिल्ली सेंटर फॉर साइट की एडिशनल डायरेक्टर डॉ. रितिका सचदेव का कहना है कि ड्राई आइज का मतलब है, जब आंख में स्थित आंसू ग्रंथियां पर्याप्त आंसू का निर्माण नहीं कर पाती हैं। यह समस्या सर्दी के मौसम में ज्यादा होती है। यह समस्या कनेक्टिव टिशू के डिसऑर्डर से होती है। समस्या अधिक होने की स्थिति में आंख की सतह को नुकसान पहुंचा सकता है और अंधेपन की समस्या भी हो सकती है।
समस्या के कारण
मौसम के अलावा आंखों के ड्राई होने के और भी कई कारण हो सकते हैं। विटामिन सी की कमी के कारण, महिलाओं में मेनोपॉज के बाद, कुछ दवाओं जैसे सल्फा ग्रुप इत्यादि के एलर्जी रिएक्शन के कारण, एलर्जी की समस्या से ग्रसित होने पर, कुछ बीमारी जैसे की थाइरॉयड होने पर, लंबे समय तक बिना पलक झपकाए कंप्यूटर पर काम करते रहने से, अधिक देर तक टीवी देखने से और उच्च स्तर के प्रदूषण के कारण।
समस्या के लक्षण
ड्राई आइज की समस्या से ग्रसित इंसान में कई तरह के लक्षण दिखाई पड़ते हैं। जैसे-आंखों में सूखेपन जैसा महसूस होना, आंखों में खुजली और जलन का अहसास, हर वक्त आंखों को मलते रहना, ऐसा महसूस होना कि जैसे की आंखों में कंकड़ घुसा हो, आंखों से बिना कारण पानी का निकलते रहना, बिना कारण आंखों का थक जाना या सूजन के फलस्वरूप सिकुड़ कर छोटा हो जाना।
बचाव के उपाय
आंखों को सूखेपन की समस्या से बचाने के लिए कुछ उपायों पर भी अमल किया जा सकता है-
-आंखों को ठंडी हवा के संपर्क में ना आने दें।
-इस मौसम में घर से बाहर निकलने पर चश्मे का इस्तेमाल करें।
-कंप्यूटर पर काम करने के दौरान बीच-बीच में पलक झपकाते रहें।
-अगर कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ड्राई आइज प्रॉब्लम होने पर अपने आंखों के डॉक्टर से कंसल्ट करें।
-हेयर ड्रायर, कार हीटर, एसी ब्लोअर और पंखे के सामने आंखों को दूर रखें।
-धूप में जाने से पहले आंखों को कवर करना ना भूलें।
-सर्दी के मौसम में कमरे को गर्म रखने वाले उपकरणों से आंखों को बचाएं। इसके लिए हीटर के पास एक मग पानी रख दें ताकि रूम में नमी बनी रहे।
-आंखों में जलन या खुजली महसूस होने पर इसे रगड़ने के बजाय आंखों पर ठंडे पानी से छींटे मारें।