Omicron: क्या सांस फूलना भी ओमीक्रॉन का लक्षण है? जानें शरीर के किस अंग पर अटैक कर रहा वेरिएंट
इन दिनों ओमीक्रॉन दुनिया भर के देशों के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron in India) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, भारत में अब तक 150 मामले सामने आ चुके हैं।

Omicron : इन दिनों कोविड 19 का नया वेरिएंट ओमीक्रॉन दुनिया भर के देशों के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभर रहा है। ओमीक्रॉन (Omicron in India) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, भारत में अब तक 150 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि अभी ओमीक्रॉन को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। मगर दुनिया के वैज्ञानिक इस के कारणों, लक्षणों और वैक्सीन को लेकर रिसर्च कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) से नैदानिक उपकरण नहीं है, बल्कि इससे महामारी को कंट्रोल करने के लिए एक ट्रैकिंग उपकरण है। कहा जा रहा है कि वास्तविक आंकड़े इससे कहीं ज्यादा हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीति आयोग के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. वीके पॉल ने कहा कि मामलों की वास्तविक संख्या को ट्रैक करने के लिए पर्याप्त नमूने लिए जा रहे हैं। इस प्रकार के ट्रांसमिशन का पता लगाने का प्राथमिक तरीका उन लक्षणों पर नज़र रखना है जो डेल्टा संस्करण से बहुत अलग हैं।
क्या बोले विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि यह सामान्य है कि अलग-अलग वेरिएंट में अलग-अलग लक्षण होते हैं। सांस की तकलीफ ओमीक्रॉन (Omicron) का लक्षण नहीं हो सकती है। यह लक्षण दर्शाता है कि ओमीक्रॉन फेफड़ों में विकसित नहीं हो रहा है। इसलिए, ओमाइक्रोन मरीजों के फेफड़ों पर ज्यादा अटैक नहीं कर रहा है।
शरीर के किस अंग पर कर रहा ओमीक्रॉन अटैक
दुनिया भर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रभाव का अध्ययन करने के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला है कि यह वेरिएंट गले को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। इसलिए, अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह गले से विकसित हो रहा है।