हवाला का खेल : दिल्ली के ज्वेलरी कारोबारी का कोलकाता कनेक्शन, डेढ़ करोड़ की नगदी और चाइनीज कोड
चेकिंग के दौरान जीआरपी को एक युवक के ट्रॉली बैग में डेढ़ करोड़ रुपए मिले। इसके बाद आरोपी को हिरासत में लेकर जीआरपी, इनकम टैक्स और आईबी की टीम जांच में जुट गई है। पढ़िए पूरी खबर....

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पंडित दीनदयाल (पीडीडीयू) जंक्शन पर जीआरपी को एक युवक के ट्रॉली बैग में डेढ़ करोड़ रुपए मिले। इसके बाद जीआरपी ने युवक को हिरासत में ले लिया। फिर अपने आला अफसरों और इनकम टैक्स अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार की दोपहर को जीआरपी को चेकिंग के दौरान एक युवक के ट्रॉली बैग से डेढ़ करोड़ रुपए मिले। इसके बाद उन्होंने युवक को हिरासत में ले लिया और आला अधिकरियों को इसकी सूचना दी। जब युवक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दिल्ली के एक ज्वेलरी कारोबारी ने उसे ये रुपए कोलकाता के एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए दिए हैं। उसने बताया कि कोलकाता में चाइनीज कोड के आधार पर इन रुपयों की डिलीवरी करनी है। ट्रॉली बैग से दो हजार और पांच सौ रुपए के नोट मिले हैं। कुल मिलाकर ये डेढ़ करोड़ रुपए हैं। फिलहाल जीआरपी ने आरोपी को इनकम टैक्स विभाग को सौंप दिया है। आईबी भी जांच पड़ताल में जुटी है।

चेकिंग के दौरान ट्रॉली बैग में मिले पैसे
बताया जा रहा है कि शनिवार दोपहर जीआरपी कोतवाल सुरेश कुमार सिंह मयफोर्स स्टेशन पर चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान प्लेटफार्म नंबर तीन पर डाउन ब्रह्मपुत्र मेल रुकी, जिसके बाद एक युवक उतरकर तेजी से जाने लगा। जवानों को संदेह हुआ तो उन्होंने उसे रोककर ट्रॉली बैग की तलाशी ली। ट्रॉली बैग में बड़ी रकम नकदी मिलने पर उसे हिरासत में ले लिया गया।
CG का रहने वाला है आरोपी
बता दें कि आरोपी छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का रहने वाला है। उसकी पहचान राजेश दास के तौर पर की गई है। इन रुपयों से संबंधित कोई भी कागजात नहीं मिले हैं। राजेश दास ने बताया कि दिल्ली के करोलबाग निवासी आशीष अग्रवाल ज्वेलरी का कारोबारी है। उसने कोलकाता के एक व्यक्ति के पास ये रुपए भेजने के लिए उसे दिए हैं। उसने कहा कि चाइनीज कोड बताने पर डिलीवरी करनी थी। फिलहाल जीआरपी ने नकदी के साथ आरोपी को इनकम टैक्स विभाग वाराणसी को सौंप दिया। बताया जा रहा है कि बरामद नकदी के हवाला होने के संदेह में आईबी की टीम भी जांच कर रही है।
