आखिर जम्मू कश्मीर में क्यों उग्र हो गए हैं आतंकवादी, जानें तीन कारण
जम्मू और कश्मीर में आंतकियों ने शुक्रवार को तीन पुलिसवालों को पहले अगवा किया फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। वहीं एक अन्य अगवा व्यक्ति को रिहा कर दिया।

X
टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 21 Sep 2018 3:25 PM GMT
जम्मू और कश्मीर में आंतकियों ने शुक्रवार को तीन पुलिसवालों को पहले अगवा किया फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। वहीं एक अन्य अगवा व्यक्ति को रिहा कर दिया।
फौजी कार्रवाई से आतंकवादियों के हौसले पस्त
इससे पहले आतंकियों ने युवाओं को फौज में ना जाने की धमकी दी थी। आखिर क्यों घाटी में आतंकवादी इतने उग्र हो गए हैं। इसका मुख्य कारण आतंकियों पर लगातार कहर बन कर टूट रही फौज की कार्रवाई है।
इससे आतंकियों की पलटन असहाय बन गई है। इसी खौफ से आतंकवादी अब फौज के घर वालों या निहत्थे पुलिसवालों को निशाना बना रहे हैं। आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी की संयुक्त सरकार थी।
करीब तीन साल तक साथ रहने के बाद भाजपा ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद से वहां राज्यपाल शासन लगा हुआ है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक वहां चुनाव की बात कह रहे हैं।
चुनाव और आतंक
जम्मू और कश्मीर में पंचायत चुनाव होने वाले हैं साथ ही वहां निकाय चुनाव की तारीख भी तय हो चुकी है। चुनाव की तारीख घोषित होते ही आतंकवादियों में हड़कंप मच गई है।
आतंकवादी नहीं चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर में चुनाव हो। वे वहां लोकतंत्र की जड़ें नहीं जमाना चाहते हैं। लोकतंत्र में अगर जनता की भागीदारी बढ़ती है तो इसे आतंक का खात्मा करने में आसानी होगी।
वहां की चुनी हुई सरकार अपने लोगों का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखने के लिए आतंक को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। पत्थरबाजों पर भी जब कार्रवाई की बात होती थी तब भाजपा के तेवर सख्त नजर आते थे।
अलगाववादियों से भाजपा सरकार सख्ती से निपट रही वैसे ही इन आतंकवादियों से निपटने के लिए आर्मी कदम उठाएगी। सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि आतंक खेल खेलने नहीं दिया जा सकता है। आर्मी और अन्य एजेंसियां अब ज्यादा सख्ती से आतंक पर टूट पड़ेंगी।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Next Story