Pulwama Attack: पुलवामा हमले में शहीद तिलक राज को सरकार ने भुलाया, पूरा नहीं किया एक भी वादा
Pulwama Attack: पुलवामा हमले के बाद नेताओं ने शहीदों के परिवारों से कई वादे किए थे। उन्हीं शहीदों में से एक शहीद तिलक राज के परिवार से किए वादों को सरकार पूरी तरह से भूल गई है।

पुलवामा हमला 14 फरवरी 2019 को हुआ था। जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। उस दिन पूरा देश दर्द और आक्रोश से भर उठा था। शहीदों की उस शहादत पर नेताओं ने भी बड़े-बड़े वादे कर दिए थे। उन लोगों ने शहीदों के घर जाकर बड़े-बड़े वादे तो कर दिए लेकिन उन वादों को पूरा करना भूल गए।
शहीद तिलक राज भी उन्हीं शहीदों में एक थे जो पुलावामा के आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। वो जिला कांगड़ा के ज्वाली विधानसभा के धेवा गांव के रहने वाले थे। उनके घर पहुंचकर नेताओं ने वादा किया था कि वो उसके गांव की सड़कों का निर्माण करेंगे और वहां के स्कूलों का भी प्रमोट करेंगे। लेकिन ये वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए।
सिर्फ पत्नी को मिली नौकरी
गांव वालों ने कहा कि स्कूलों को अपडेट करने से गांव की लड़कियों को अपनी पढ़ाई में फायदा होता। नेताओं ने गांव के श्मशानघाट को भी पहले से बेहतर बनाने का वादा किया था। वो भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया। वादों के नाम पर सिर्फ उनकी पत्नी को सरकार के तरफ से नौकरी दी गई है।
शहीद तिलक की पत्नी को है अपने पति पर गर्व
शहीद तिलक की पत्नी सावित्री का कहना है कि तिलक को गाना गाने का बड़ा शौक था। इतना ही नहीं उसने बहुत सारे पहाड़ी गीतों में अपनी आवाज भी दी है। जिसकी शूटिंग वो छुट्टियों में किया करता था। सावित्री ने कहा कि उन्हें अपने पति पर बहुत गर्व है और वो चाहती हैं कि अगली पीढ़ी भी उनके पति की ही तरह देश की सेवा करें।