Lockdown-4 : हरियाणा में निजी क्षेत्र के मेडिकल स्टाफ का उपचार भी सरकारी खर्च पर होगा
सीएम मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सभी जिलों के आईएमए के पदाधिकारियों तथा सिविल सर्जन के साथ हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि आर्थिक पैकेज में हरियाणा के निजी स्वास्थ्य क्लीनिक, नर्सिंग होम और डेंटल क्लीनिक को भी शामिल किया जाएगा।

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार (Government of Haryana) द्वारा प्रदेश के निजी क्षेत्र के डॉक्टरों को भी उनकी मांग पर उत्तम गुणवत्ता की पीपीई किट्स, एन-95 मास्क और हैंड सैनिटाइजर सरकारी दरों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। सीएम की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग(video conferencing) द्वारा सभी जिलों के आईएमए के पदाधिकारियों तथा सिविल सर्जन के साथ हुई बैठक में लिया गया।
बैठक में ये निर्णय भी लिए गए कि भारत सरकार द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम स्तर के उद्यमों (एमएसएमईज) के लिए दिए गए विशेष आर्थिक पैकेज में हरियाणा के निजी स्वास्थ्य क्लीनिक, नर्सिंग होम और डेंटल क्लीनिक को भी शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, यदि कोई निजी डॉक्टर कोरोनाग्रस्त हो जाता है तो उसका इलाज भी सरकारी खर्च पर किया जाएगा। वहीं राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं, जन स्वास्थ्य, रोग अनुसंधान इत्यादि में निवेश को बढ़ाया जाएगा।
50 लाख से अधिक ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किया
मुख्यमंत्री ने बैठक को सम्बोधित में कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है लेकिन समाज के सभी वर्गों के सहयोग से जल्द ही इस पर काबू पा लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'आरोग्य सेतु' एप इस महामारी से निपटने में काफी कारगर साबित हो सकता है। अभी तक प्रदेश में 50 लाख से अधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं। उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिए कि किसी मरीज की हिस्ट्री पूछते वक्त उससे यह भी पूछा जाना चाहिए कि उसने 'आरोग्य सेतु' एप डाउनलोड किया है या नहीं।
स्वास्थ्य मंत्री अनिज विज ने विश्वास व्यक्त किया कि निजी क्षेत्र के सभी डॉक्टरों के सहयोग से हरियाणा शीघ्र ही कोरोना मुक्त प्रदेश बनेगा। कोरोना योद्धाओं ने प्रदेश के 2.5 करोड़ लोगों को सुरक्षा कवच प्रदान करने में उल्लेखनीय कार्य किया है।