पानीपत: झारखंड जूनियर सिविल जज में रूबी ने लहराया परचम, जानें पूरा सफरनामा
पानीपत: गुरबत के गांव की एक गरीब मुस्लिम बेटी रूबी ने झारखंड जूनियर सिविल जज परीक्षा में 52 वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार के साथ पूरे राज्य का नाम रोशन किया है।

पानीपत के गुरबत गांव की एक गरीब मुस्लिम बेटी ने अपने राज्य का नाम ऊंचा किया है। दरअसल रूबी ने झारंखड जूनियर सिविल जज परीक्षा में 52 वीं रैंक प्राप्त कर अपने परिवार के साथ पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। रूबी एक गरीब मुस्लिम परिवार से आती है। उसके परिवार वालों ने अपने गरीबी को किनारे कर अपनी बेटी के लिए सारी मेहनत दाव पर लगा दी। पिता कबाड़ का कारोबार करता थे।
इससे जो भी पैसा आया करता था, अपनी बेटी की पढ़ाई के खर्चे में लगा दिया करता। बेटी को कभी भी पढ़ाई में गरीबी का रुकावट नहीं बनने दिया। पिता की मौत के बाद मां और भाई ने रूबी की पढ़ाई का जिम्मेवारी उठाया। दोनों ने मिलकर दिन रात मेहनत किया। जिसके बाद रूबी को आईएएस की तैयारी के लिए दिल्ली भेज दिया।
घर जलने के बाद आर्थिक हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए। जिसके चलते रूबी ने आईएएस की तैयारी करना छोड़ दिया। लेकिन अपने कदम को डगमगाने नहीं दिया। कुछ दिन बाद उन्होनें एलएलबी की पढ़ाई करना शुरू कर दी। जहां उन्होनें झारखंड जूनियर सिविल जज की परीक्षा में 52 वां रैंक हासिल कर अपने परिवार के मेहनत को कामयाब किया।
रूबी ने बताया कि बचपन से जिस गांव में रही है। आए दिन कोई भी अधिकारी आकर घर को तोड़कर चले जाता था। यह देखकर, तब से मेरे मन में यह सपना था कि मैं भी एक दिन एक बड़ी अधिकारी बनूंगी। अपने परिवार की कड़ी मेहनत और समर्थन से, मैं आज इस मुकाम तक पहुंची हूं। यदि सभी मुस्लिम बच्चों को पढ़ने के समान अवसर मिलें, तो उनका जीवन बदल सकता है।