टोल पर नए नियम लागू ,बिना फास्टैग वाहनों के लिए एक लाइन
फास्टैग के बिना टोल से वाहन लेकर जाने वाले चालकों के लिए खबर अच्छी नहीं है। फास्टैग नहीं लगवाया तो नए नियमों के तहत टोल पर केवल सिंगल लाइन से गुजरना होगा।

फास्टैग के बिना टोल से वाहन लेकर जाने वाले वाहन चालकों के लिए खबर अच्छी नहीं है। अगर उन्होंने नहीं लगवाया तो नए नियमों के तहत उन्हें टोेल पर केवल सिंगल लाइन से गुजरना होगा। जिसमें जाम का सामना करना पड़ेगा। ज्यादा जल्दी में फास्टैग लाइन से दो गुणा चार्ज देकर जा सकते हैं। बुधवार से ही आदेश लागू किए गए हैं। जिसके बाद व्यवस्था में फेरबदल कर दिया गया है।
नेशनल हाइवे अर्थारिटी ऑफ इंडिया ने दिसंबर में टोल प्लाजा पर फास्टैग सिस्टम चालू किया था। जिन वाहनोें पर फास्टैग नहीं लगाया गया है, उनके लिए 25 प्रतिशत रास्ता दिया गया था जबकि फास्टैग वाले वाहनों को 75 प्रतिशत रास्ता दिया गया। अब बुधवार से नए आदेश आए हैं। जिसके तहत 25 प्रतशित एरिया को कम करते हुए केवल सिंगल लाइन देने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। मकड़ौली टोल पर आदेशाें का असर देखने को मिला हैै जिसके तहत दस लाइनों में से से एक एक लाइन ही कैश वाले वाहनों को दी गई है। इसके चलते सिंगल लाइन पर वाहनों का भारी जाम भी देखने को मिला।
टोल पर बढ़ी पुलिस
टोल पर सख्ती बढ़ने के बाद टोल मैनेजर ने जिला प्रशासन से पुलिस तैनात करने की मांग की हैै। हालांकि पुलिस टीम समय समय पर गस्त करती रहती है लेकिन अब पुलिस टीम की स्थाई तैनाती की मांग की गई है। बिना फास्टैग वाले वाहनों के लिए सिंगल रोड होने से विवाद भी बढ़े हैं। जिसके बाद पुलिस की संख्या बढ़ाई गई है।
टोल टीम ने चलाया अभियान
टोल मैनेजर हवासिंह के नेतृत्व में टीम लघु सचिवालय परिसर में पहुुंची। जहां अधिकारियों के सरकारी, गैर सरकारी वाहनों पर फास्टैग लगवाए गए। जिन अधिकारियोें ने फास्टैग नहीं लगवाए गए हैं उन्हें जल्द से जल्द लगवाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा कोर्ट परिसर, सेेक्टर तीन शॉपिंग मॉल समेत अन्य कई जगहों पर भी वाहन चालकों को जागरूक करते हुए फास्टैग लगवाने के लिए अभियान चलाया गया।
वाहनों की बढ़ी संख्या
वाहनों पर फास्टैग लगने के बाद टोल पर वाहनों की संख्या काफी बढ़ी है। पहले की बजाए रोेजाना एक हजार सेे ज्यादा भारी वाहन टोल से गुजर रहे हैं। इसके अलावा कुछ वाहन टोल के साथ बसे गांव मकड़ौली और चमारियां सेे भी गुजर रहे हैं। जिससे टोल को नुकसान उठाना पड़ रहा है।