हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला ने बिजली वाले बयान पर लिया यूटर्न, जानें पूरा मामला
हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा था कि बिजली बिल भुगतान में चूक करने वाले लोगों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने से रोक देना चहिए। अब इस बयान पर उन्होंने अपनी सफाई दी हैं।

हरियाणा में बिजली बिल न भरने वाले परिवारों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा में न बैठने देने के अपने बयान से ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला आज पलट गए हैं। हरियाणा सरकार (Government of Haryana) ने ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला (Power Minister Ranjit Chautala) ने एक विवादास्पद बयान दिया था। मंत्री ने कहा कि सूबे में बिजली बिल भुगतान में चूक करने वाले लोगों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने से रोक देना चहिए।
ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला के बयान का कांग्रेस समेत प्रदेश में चौतरफा विरोध हो रहा है। पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऊर्जा मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। ऊर्जा मंत्री के बयान से सरकार और पार्टी के अनेक नेता भी सहमत नहीं थे। खुद को घिरता देख रणजीत चौटाला आज अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने लोगों को बिजली भुगतान के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा बोला था। मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।
Haryana Minister Ranjit Chautala: All I said was there might be the possibility that children of defaulters may not be allowed to give competitive exams. I said that in order to encourage the people to pay their electricity money on time 2/2 https://t.co/NjuHGFKId0
— ANI (@ANI) January 4, 2020
वहीं, गृह मंत्री अनिल विज ने ऊर्जा मंत्री की बात का समर्थन करते हुए कहा कि जनता को बिजली के बिल भरने ही चाहिए, क्योंकि बिजली मुफ्त नहीं आती। ऊर्जा मंत्री सिर्फ यही संदेश जनता तक पहुंचाना चाहते हैं कि सभी बिल भरें।