हरियाणा: खट्टर सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज को मिली CID की जिम्मेदारी
हरियाणा में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद सभी कैबिनेट मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। वहीं इस बार अनिल विज को सबसे महत्वपूर्व मंत्रालय मिला है। इसके बाद हरियाणा के इतिहास में यहां पहली बार होगा कि सीआईडी विभाग सीएम के पास नहीं होगा।

हरियाणा में मंत्रिमंडल के शपथ के बाद सभी कैबिनेट मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। वहीं इस बार अनिल विज को सबसे महत्वपूर्व मंत्रालय मिला है। इसके बाद हरियाणा के इतिहास में यहां पहली बार होगा कि सीआईडी सीएम के पास नहीं रहेगी। सीआईडी को अपनी रिपोर्ट गृहमंत्री अनिल विज को सौंपनी होगी ।
इससे पहले सीआईडी को अपनी रिपोर्ट सीएम को सौपनी पड़ती है। इससे पहले हरियाणा में जब भी गृहमंत्री बनाया तो मंत्री को नाम के समाने गृह विभाग बिना सीआईडी के लिखा या फिर सीएम के विभागों में सीआईडी लिखा जाता है।
1977 में मंगल सैन को बनाया गया था गृह मंत्री
हरियाणा में इससे पहले पहली बार 1977 में जनता पार्टी की सरकार में मंगल सैन को गृह मंत्री बनाया था। तब बाकायदा नोटिफिकेशन में मंगल सैन को दिए गृह विभाग के आगे ब्रेकिट में सीआईडी के बिना लिखा हुआ था। इसी प्रकार 1996 में जब चौधरी बंसीलाल की सरकार बनी तो मनीराम गोदारा गृहमंत्री बने।
उस वक्त नोटिफिकेशन जारी हुआ, उसमें गोदारा के विभागों में गृह लिखा था, लेकिन चौधरी बंसीलाल ने जो अपने पास विभाग रखे थे, उनमें सीआईडी अलग से लिखा था। 53 वर्ष के इतिहास में बेशक कुछ बार तत्कालीन मुख्यमंत्रियों ने गृह विभाग किसी वरिष्ठ सहयोगी को दिया, लेकिन सीआईडी को कभी अलग नहीं होने दिया।
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