Om Prakash Dhankar : हरियाणा भाजपा का वह नेता जो पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट लौह संग्रहण से जुड़ा
ओम प्रकाश धनखड़ (Om Prakash Dhankar ) हरियाणा (Haryana Assembly Elections) की मौजूदा खट्टर सरकार में कैबिनेट मंत्री है। एक समाजिक कार्यकर्ता और भाजपा के नेता हैं। मौजूदा समय में वो सरकार में कृषि, पंचायत और पशुपालन विभाग संभाल रहे हैं।

हरियाणा की राजनीति में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ बड़ा नाम है। ओपी धनखड़ के कद का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नेशनल कॉर्डिनेटर भी रहे हैं। देशभर में उनके नेतृत्व में मूर्ति के लिए लौह एकत्रिकरण का कार्य किया गया। समाजिक कार्यकर्ता और भाजपा नेता ओमप्रकाश धनखड़ मौजूदा समय में वो सरकार में कृषि, पंचायत और पशुपालन मंत्रालय समेत पांच विभाग संभाल रहे हैं। इसके अलावा वह भाजपा किसान मोर्चा के दो बार अध्यक्ष चुने गए। लोकसभा चुनाव 2014 में धनखड़ ने तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ रोहतक से चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे थे। हरियाणा विधानसभा 2014 के लिए हुए चुनाव में बादली विधानसभा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की और सरकार में मंत्री बने।
स्कूली शिक्षा से शिक्षक जीवन का सफर
ओम प्रकाश धनखड़ का जन्म 1961 में हरियाणा के झज्जर जिले में हुआ था। इनके पिता का नाम वेद मोहब्बत सिंह और माता का नाम छोटो देवी है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से शुरु हुई और पोस्ट ग्रेजुएट और एम. एड. इन्होंने रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से किया। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने 11 साल तक भूगोल के लेक्चरर के तौर पर भिवानी में काम किया। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में अपने अनुभवों के आधार पर एक पुस्तक प्रकाशित करवाई।
समाज सेवा में रहे सक्रिय
शिक्षक के तौर पर कार्य करते हुए वह 1978 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ जुड़े। जिसके बाद समाज सेवा और युवाओं से जुड़े सामाजिक कार्यों मे लग गए। इसके बाद ये 1980 से 1996 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए और उसे अपनी सेवाएं दी। इस दौरान वह शिक्षा सेवाओं से जुड़े रहे युवा शिक्षा संबंधी कार्यों मे लगातार सक्रिय रहे। फिर वह स्वदेशी जागरण मंच आंदोलन से जुड़े। हरियाणा में घट रहे लिंग अनुपात के मुद्दे पर इन्होंने सरकार का ध्यान खींचा और इसमें सुधार के लिए काम किया।
भाजपा से जुड़कर की राजनैतिक सफर की शुरूआत
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से 18 साल तक जुड़े रहने के बाद यह 1996 में इन्होंने भाजपा में शामिल होकर सक्रिय राजनीति में कदम रखा। इनको वाजपेयी सरकार के समय में पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान उन्होंने विशेष आर्थिक क्षेत्र के लिए कम मुआवजे और मनमाने ढंग से भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन और विरोध करने के लिए विभिन्न पदयात्राएं और साइकिल यात्राएं आयोजित की। इनके नेतृत्व में भाजपा किसान मोर्चा ने एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने की मांग की। जिसके बाद भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में भी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने का वादा किया था।
धनखड़ लोकसभा चुनाव 2014 में ने तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ रोहतक से लड़े और हार गए। इसके बाद 2014 में हरियाणा विधानसभा में बादली विधानसभा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की और सरकार में मंत्री बने।
जुड़े पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट लौह संग्रहण से
ओम प्रकाश धनखड़ को आयरन कलेक्शन कॉर्पोरेशन कमेटी के नेशनल कोऑर्डिनेटर बने। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा और एक वास्तुशिल्प चमत्कार माना जाता है। नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के पास स्थित सरदार पटेल की 182 मीटर लंबी प्रतिमा के लिए लोहे और मिट्टी को देश भर के किसानों से एकत्र किया गया,जिसमें इन्होंने अहम योगदान दिया। इस प्रकार मूर्ति निर्माण के लिए एक राष्ट्रव्यापी सामाजिक अभियान के तहत लोहे का संग्रह किया गया।
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