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जब फिल्म मेकर ने देखनी चाही थी सुरवीन चावला की क्लीवेज, कास्टिंग काउच का शिकार होने से कई बार बची हैं एक्ट्रेस

हाल ही में नीना गुप्ता ने अपनी किताब 'सच कहूं तो' में कास्टिंग काउच को लेकर कई खुलासे किए हैं। वहीं अब 'हेट स्टोरी 2' में काम कर चुकी एक्ट्रेस सुरवीन चावला ने इस बार हिंदी सिनेमा के पर्दे के पीछे की कहानी को उजागर किया है। सुरवीन ने बताया है कि कैसे कई बार कास्टिंग काउच का शिकार होते होते बची है।

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जब फिल्म मेकर ने देखनी चाही थी सुरवीन चावला की क्लीवेज, कास्टिंग काउच का शिकार होने से कई बार बची हैं एक्ट्रेस

बॉलीवुड में जितनी चमक धमक हमें देखने के लिए मिलती है। उतना हीं अंधेरा इस इंडस्ट्री के अंदर छिपा है। इस काले सच को कई बार लोगों के सामने लाया जा चुका हैं। कभी मी टू (Me Too) कैंपेन के जरिए तो कभी किसी इंटरव्यू में इंडस्ट्री का ये घिनौना चहेरा सामने आ जाता है। हाल ही में नीना गुप्ता (Neena Gupta) ने अपनी किताब 'सच कहूं तो' (Sach Kahun Toh) में इस तरह के कई खुलासे किए हैं। वहीं अब 'हेट स्टोरी 2' (Hate Story 2) में काम कर चुकी एक्ट्रेस सुरवीन चावला (Surveen Chawla) ने इस बार हिंदी सिनेमा के पर्दे के पीछे की कहानी को उजागर किया है। सुरवीन ने बताया है कि कैसे वह कई बार कास्टिंग काउच का शिकार होते होते बची है। वह फिल्मों में रोल के बदले कास्टिंग काउच का शिकार होने वाली थी।

साल 2019 के अपने एक मीडिया इंटरव्यू में कास्टिंग काउच पर बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा था, 'मुझे तीन बार कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा। एक समय था जब मुझे एक फिल्ममेकर के साथ जाने के लिए कहा गया था। एक रोल के लिए निर्देशक ने मुझसे कहा था 'मैं आपके बॉडी के हर इंच को जानना चाहता हूं। मैंने तब से ऐसे लोगों को इग्नोर करना शुरू कर दिया।' एक्ट्रेस ने आगे कहा 'यह दक्षिण के एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक के साथ मेरा बहुत लंबा ऑडिशन था, जो लगभग एक शिफ्ट तक चला। मुझे विभिन्न चीजें करनी थीं जैसे- एक मोनोलॉग या कुछ अचानक कहना। मैं थोड़ी बीमार थी और मैं ऑडिशन के बाद लौट आई। तब निर्देशक ने अचानक मुंबई आने की बात कही, मै बहुत डर गयी और मैंने कहा 'नहीं, धन्यवाद'।

सुरवीन ने बताया कि उस निर्देशक को हिंदी या इंग्लिश नहीं आती थी वह सिर्फ तमिल बोल सकता था, उसने कॉल पर किसी और से बात कराई। उस शख्स ने मुझसे फोन पर कहा कि 'सर, आपको करीब से जानना चाहते हैं, क्योंकि एक फिल्म बनाने के लिए लंबा समय साथ बिताना होगा।' मैंने बड़ी मासूमियत से उनसे पूछा 'क्या?' तो, उन्होंने कहा 'बस यह फिल्म तक चलेगा; तब आप कर सकती हैं।' मुझे उस शख्स को दिया गया जवाब आज भी याद है। मैंने उनसे कहा कि आप गलत दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं अगर सर को लगता है कि मैं प्रतिभाशाली नहीं हूं तो मैं उनकी फिल्म में काम करने के लिए तैयार नहीं हूं लेकिन मैं किसी के लिए खुद को बदल नहीं सकती, और तब वह फिल्म भी नहीं बनी।

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच का किस्सा बताते हुए सुरवीन ने बताया कि उन्हें एक ऑफिस से बाहर निकलना पड़ गया था क्योंकि किसी ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर कर दिया था। सुरवीन ने कहा, 'एक फिल्म निर्माता यह देखना चाहता था कि मेरी क्लीवेज कैसी दिखती है और वह यह देखना चाहता है कि मेरी जांघें कैसी दिखती हैं।' सुरवीन ने आगे बताया कि इंडस्ट्री में ऐसी चीज़े सच में होती है।

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