राजेंद्र कुमार की फ़िल्में 25 हफ्तों तक सिनेमाघरों में करती थीं राज, जानें और भी रोचक तथ्य
राजेंद्र कुमार (Rajendra kumar) हिंदी सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक थे। वह निर्माता और निर्देशक भी थे। इनका जन्म 20 जुलाई 1929 को पंजाब के सियालकोट में हुआ था। कैंसर के चलते इनकी मृत्यु 12 जुलाई 1999 में हुई थी। इनके पिता एक उद्योगपति थे। आइए जानते हैं अभिनेता राजेन्द्र कुमार के बारे में रोचक तथ्य।

राजेंद्र कुमार(Rajendra kumar) हिंदी सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक थे। वह निर्माता और निर्देशक भी थे। इनका जन्म 20 जुलाई 1929 को पंजाब के सियालकोट में हुआ था। कैंसर के चलते इनकी मृत्यु 12 जुलाई 1999 में हुई थी। इनके पिता एक उद्योगपति थे।
साल 1950 में आई फिल्म जोगन(Jogan 1950) से इन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। महबूब खान(Mehboob khan) की फिल्म मदर इंडिया(Mother india) में इनके सहायक किरदार को खूब सराहा गया। राजेंद्र कुमार ने गीत, साथी, सूरज, संगम, ससुराल और मदर इंडिया जैसी प्रख्यात फिल्मों में काम किया। राजेंद्र कुमार ने शुक्ला नामक महिला से विवाह किया था।
इनके पुत्री तथा एक पुत्र थे। इनके पुत्र कुमार गौरव(Kumar gaurav) एक अभिनेता हैं और उनका विवाह संजय दत्त(Sanjay dutt) की बहन नम्रता दत्त से हुआ है।राजेंद्र कुमार का अभिनय इतना बेहतरीन था कि इनकी लगभग हर फिल्म सिल्वर जुबली होती थी यानी 25 हफ्ते तक सिनेमाघरों में लगी रहती थी। यही कारण था कि लोग उन्हें जुबली कुमार(Jubilee kumar) बुलाने लगे। राजेंद्र कुमार को पद्मश्री पुरस्कार(Padmshree award) से भी नवाजा गया था।
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