पद्मावती: संसदीय समिति ने भंसाली से पूछे ये तीखे सवाल, जवाब के लिए मांगा वक्त
समिति ने पूछा कि सेंसर बोर्ड को भेजने से पहले मीडिया को फिल्म क्यों दिखाई?

पद्मावती को लेकर गुरुवार को संसदीय समिति में डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की पेशी हुई। संसदीय समिति ने भंसाली से कई सवाल किए गए। उन्हें कुछ सवालों के लिखित जवाब के लिए दो हफ्ते का वक्त दिया गया है।
बैठक में उनसे कहा गया कि लोग किसी फिल्म के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन फिल्म की वजह से समाज में कोई दिक्कत नहीं हो इसकी जिम्मेदारी सांसदों की है। सतीप्रथा को लेकर कमेटी ने भंसाली को घेरा।
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सूत्रों के मुताबिक़ भंसाली ने कहा, उनकी फिल्म इतिहास पर आधारित नहीं है बल्कि मलिक मोहम्मद जायसी की कविता पर आधारित है। हालांकि फिल्म को कई लोगों को दिखाए जाने के सवाल पर उनके पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था।
आपको बात दें कि मलिक मोहम्मद जायसी ने अवधी में 'पद्मावत' नाम से एक महाकाव्य रचा था। यह रानी पद्मिनी की कहानी है।
जिसके मुताबिक रानी के रूप में मोहित सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी उन्हें किसी भी हाल में पाना चाहता था, इसके लिए उसने चित्तौड़ पर हमला किया, लेकिन हजारों राजपूत महिलाओं के साथ रानी पद्मिनी ने आग में कूदकर जौहर कर लिया था।
ऐतिहासिक पहलू के लिए एक्सपर्ट कमेटी देखेगी फिल्म
सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी ने कहा, वह लोग इतिहास के पहलू को देखने के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाएंगे जो फिल्म को देखेगी।
सूत्रों के मुताबिक़ कथित तौर पर सती प्रथा के महिमामंडन को लेकर कमेटी ने भंसाली को घेरा। कमेटी ने सवाल किया कि क्या फिल्म में जौहर का दृश्य दिखाया गया है? क्या सती प्रथा को फिल्मों में दिखाया जा सकता है?
भंसाली से पूछे गए सवाल
1. सेंसर बोर्ड को फिल्म भेजने से पहले आपने मीडिया में कुछ लोगों को फिल्म क्यों दिखाई? इसका क्या मतलब है?
2. आपने 11 नवंबर को फिल्म सेंसर बोर्ड के पास भेजी और खुद से ही ऐलान कर दिया की फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होगी जबकि आपको मालूम है कि सेंसर बोर्ड के पास फिल्म को सर्टिफिकेट देने के लिए 68 दिन का समय होता है। अपने खुद से तारीख कैसे तय कर ली?
3. जब पिछले डेढ़ साल से विवाद चल रहा है तब आपने इसे ठीक करने के लिए कदम क्यों नहीं उठाया?
4. जब फिल्मों में सारे नाम और सारे कैरेक्टर इतिहास से लिए हुए हैं तब यह कैसे कहा जा सकता है कि फिल्म का इतिहास से कोई लेना देना नहीं है।
5. क्या यह बात सही है कि आपने पहले करणी सेना को यह वादा किया था कि फिल्म उन्हें दिखाएंगे?
6. क्या फिल्म में जौहर का दृश्य दिखाया गया है? क्या सती प्रथा को फिल्मों में दिखाया जा सकता है?
इनमें से कई सवालों के जवाब भंसाली ने कमेटी को दिए। कुछ जवाब के लिए उन्हें 2 हफ्ते का वक्त दिया गया है।
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