''पद्मावत'' पर सिनेमाघरों ने खड़े किये हाथ, भंसाली ने करणी सेना को लिखा खुला खत
पैडमेन की रिलीज डेट आगे बढ़ने के बाद पद्मावत के डिस्ट्रीब्यूशन राइट लेने से कतरा रहे छोटे सिनेमाघरों के मालिक

पद्मावत का हो रहा विरोध का असर प्रदेश के सिनेमाघरों में भी दिख रहा है। इसके प्रदर्शन को लेकर प्रदेश के सिनेमाघरों सहित मल्टीप्लैक्सों में भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है। पद्मावत और पैडमेन दोनों ही 25 जनवरी को रिलीज की जाने थीं। पद्मावत का विरोध देखते हुए अधिकतर सिनेमाघरों ने पैडमेन के ही डिस्ट्रीब्यूशन राइट खरीदे थे।
अब पैडमेन की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है। इसके बाद सिनेमाघर संचालकों के पास पद्मावत दिखाने के अलावा अन्य किसी फिल्म का विकल्प नहीं है। इसके बाद भी सिनेमाघर संचालक इसके डिस्ट्रीब्यूशन राइट खरीदने से बच रहे हैं। जिन सिनेमाघरों ने इसके प्रसारण अधिकार खरीदे हैं, वे भी इसे दिखाने को लेकर निश्चिंत नहीं हैं।
न केवल छोटे शहरों के सिंगल स्क्रीन थिएटर, बल्कि राजधानी में भी इसे रिलीज को लेकर संचालकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया है। रिलीज में चार दिन शेष होने के बाद भी अभी तक फिल्म के शो अलॉट नहीं किए गए। सिंगल स्क्रीन थिएटर के संचालक तोड़फोड़ से होेने वाले नुकसान को लेकर आशंकित हैं, इसलिए अंतिम फैसले पर वे फिल्म रिलीज के वक्त की स्थिति का इंतजार कर रहे हैं।
अभी तक बुकिंग नहीं, शो भी अलॉट नहीं
आमतौर पर बड़ी फिल्मों की बुकिंग हफ्तेभर पहले ही शुरू हो जाती है, लेकिन पद्मावत के साथ ऐसा नहीं है। इसकी बुकिंग शुरू नहीं की जा सकी। यही नहीं, मल्टीप्लैक्सों में इस फिल्म को कितने शो मिलेंगे, इस पर भी फैसला नहीं लिया गया।
बहुत ज्यादा विरोध होने पर मल्टीप्लैक्सों में इसे रद्द किए जाने की तैयारी है। सिंगल स्क्रीन थिएटर के संचालक भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्थिति साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं फिल्म का प्रदेश में भी कुछ संस्थाएं विरोध कर रही हैं। शनिवार को छत्तीसगढ़ में बैन करने की मांग को लेकर राजपूत क्षत्रिय समाज ने गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को ज्ञापन सौंपा एवं पद्मावत के पोस्टर फाड़कर विरोध जताया।
विरोध जैसा कुछ नहीं
फिल्म में विरोध जैसा कुछ नहीं है। कितने सिनेमाघरों में कितने शो अलॉट होंगे, यह विरोध की स्थिति के बाद ही साफ हो सकेगा। (लाभांश तिवारी, मेंबर, सेंटर सर्किट सिने एसोसिएशन)
सिनेमाघरों को नुकसान पहुंचाने की धमकी के बीच संजय लीला भंसाली ने करणी सेना को एक लेटर लिखा है। इस लेटर में भंसाली ने लिखा, 'हमनें आपको अपनी फिल्म 'पद्मावत' दिखाकर आपकी सारी गलतफहमियां दूर करने की कोशिश की थी। हमारी फिल्म राजपूत समाज के सम्मान और उसकी बहादुरी को दिखाती है और रानी पद्मावती का चित्रण हमने पूर सम्मान के साथ किया है।'
संजय लीला भंसाली द्वारा लिखे गए इस लेटर में लिखा गया है, 'आप जिस बात के लिए विरोध कर रहे हैं ( आपका आरोप था कि इस फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस दिखाया गया है।) वह इस फिल्में है ही नहीं और न पहले कभी था।
यह आपको लिखित में 29 जनवरी, 2017 को जयपुर में दिया जा चुका है।' उन्होंने लिखा, 'यह फिल्म पूरे राजपूत समाज को सम्मान महसूस कराएगी। हम आपको न्योता देते हैं कि आप अपने खुद के लिए यह फिल्म देखें और उसके बाद इस फिल्म की शांतिपूर्ण रिलीज के लिए हमारा सहयोग करें।'
गुजरात मल्टीप्लेक्स असोसिएशन पीछे हटा
आज ही गुजरात के मल्टीप्लेक्स असोसिएशन ने यह घोषणा कर दी है कि वह गुजरात के किसी भी सिनेमाघर में यह फिल्म रिलीज नहीं करेंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार गुजरात मल्टीप्लेक्स असोसिएशन के डायरेक्टर, राकेश पटेल ने कहा, 'हमने तय किया है कि हम पूरे गुजरात में यह फिल्म रिलीज नहीं करेंगे। सभी डरे हुए हैं, कोई भी मल्टीप्लेक्स इस नुकसान या परेशान नहीं उठाना चाहता। आखिर हम यह नुकसान क्यों उठाएं?' करणी सेना ने ऐलान किया है कि वह इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे।
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