तो इस कारण गौहर जान की फोटो माचिस और पोस्ट कॉर्ड पर होती थी, जानें इनके जीवन से जुड़ी रोचक बातें
गौहर जान की आज 145 वीं पुण्यतिथि है। गौहर एक क्रिस्चियन परिवार से ताल्लुख रखती हैं। गौहर के पिता का नाम विलियम जबकि माता का नाम विक्टोरिया था।

आज गौहर जान की 145 वीं पुण्यतिथि है। गौहर एक क्रिस्चियन परिवार से ताल्लुख रखती हैं। गौहर के पिता का नाम विलियम जबकि माता का नाम विक्टोरिया था।
गौहर के दादाजी एक ब्रिटिश थे जबकि उनकी दादी एक हिंदू थी। सन् 1873 को विलियम और विक्टोरिया की शादी हुई थी। लेकिन दोनों में यह शादी लंबे वक्त तक टिक नहीं पाई और 1879 में दोनों ने तलाक ले लिया।
जब एंजोलिना बनीं गौहर
आपको बता दें कि गौहर की मां हिंदू थी और तलाक होने के बाद उन्होंने इस्लाम को अपना लिया और वह अपनी बेटी के साथ बनारस आ गईं। गौहर की मां एक डांसर और सिंगर थी।
उऩ्होंने अपना नाम खुर्शीद रखा जबकि एंजोलिना गौहर बन गई। गौहर उन भारतीय लोगों में से एक हैं जिन्होंने 78 आरपीएम में अपनी पहली परफॉर्मेंस को रिकॉर्ड किया था।
भारत की पहली रिकॉर्डिंग सुपरस्टार
गौहर जान ने अपनी पहली परफॉर्मेंस 1896 में दी थी। जिसके बाद उन्हें पहली डांसिग गर्ल के नाम से जाना जाने लगा। गौहर जान ने अलग-अलग जगहों पर भी अपनी परफॉर्मेंस दी है। वह साल 1910 में विक्टोरिया पब्लिक हॉल में कॉन्सर्ट के लिए मद्रास गईं।
भारतीय संगीत को दी नई पहचान
गौहर जब 13 साल की थी। तब वह दुष्कर्म का शिकार हुईं थी। इसी शिकार से उभरने के कारण उन्होंने संगीत को अपना साथी बना लिया। लेकिन वह अपने इस संगीत में इतनी लीन हो गई कि उन्होंने भारतीय संगीत को नए आयाम तक पहुंचा दिया।
ठुमरी, गजल आदि कई जौनर के गानों में अपनी आवाज दी
साथ ही गौहर के गाए हुए हिंदुस्तानी और उर्दू के गाने तमिल म्यूजिक बुक में छपते थे। गौहर ने कई गाने जैसे 'ये है ताजपोशी का जलसा', 'मुबारक हो मुबारक हो' आदि। गौहर को ठुमरी, गजल और दादरा में अपनी परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है।
गौहर जान ने 11 नवंबर 1902 को कोलकाता के एक होटल के एक कमरे को स्टूडियो में बदल दिया था। जहां पर उन्होंने 600 से ज्यादा गाने गाए। लेकिन 17 जनवरी 1930 को उनका निधन हो गया।
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