आपको सबकी नजरों में बनना है खास, इन बातों को करें फॉलो
सबकी नजरों में खास बनना, मनचाही सफलता हासिल करना, हर कोई चाहता है। लेकिन कुछ ही लोग ऐसा कर पाते हैं। अगर आप ऐसा सपना देखती हैं तो इसे पूरा करने के लिए अपने बिहेवियर-नेचर में कुछ जरूरी बातों को शामिल करें और बन जाएं सबकी नजरों में खास।

कविता और सोनम, बचपन से दोस्त हैं। साथ पढ़ाई की, करियर बनाया। इनका सोशल सर्कल, फ्रेंड सर्कल कॉमन है। लेकिन कविता हर जगह सबकी फेवरेट है, वहीं सोनम को कम ही लोग पसंद करते हैं। दरअसल, इसकी वजह दोनों के नेचर, बिहेवियर का डिफरेंस है। कविता के अंदर जहां बहुत सारी अच्छी क्वालिटीज हैं, वहीं सोनम में कुछ कमियां हैं। अगर आप भी सबके बीच खास बनना चाहती हैं, सबकी तारीफ पाना चाहती हैं तो कुछ बातों को अपने बिहेवियर में शामिल करें।
फ्रेंडली नेचर
फ्रेंडली नेचर वालों को हर कोई पसंद करता है, इनसे संबंध रखना चाहता है। जाहिर है कि इसका फायदा न सिर्फ पर्सनल लाइफ बल्कि प्रोफेशनल लाइफ को भी मिलता है। जाने-माने ट्रेनर और काउंसलर ब्रायन ट्रेसी और सक्सेस ज्ञान के संस्थापक सुरेंद्रन जे. ने अपनी किताब 'सफलता के साधन' में लिखा है कि आज के व्यावसायिक संसार में संबंध ही सब कुछ हैं। हम हमेशा उन लोगों के साथ काम करना पसंद करते हैं, जिन्हें हम जानते हैं, पसंद करते हैं और जिनका हम सम्मान करते हैं।
हमारे जीवन में ये लोग जितने ज्यादा होते हैं, हमारे लिए उतने ही ज्यादा अवसर खुल जाते हैं। हम इसे मित्रता घटक कहते हैं। कोई शख्स आपके साथ तब तक कोई काम नहीं करेगा, जब तक कि उसे विश्वास ना हो जाए कि आप उसके दोस्त हैं और उसके हितों में काम कर रहे हैं। तो आपको सबसे घुलने-मिलने और दोस्ती रखने की आदत डालनी चाहिए। उनके लिए सच्ची हमदर्दी और अपनत्व का भाव रखना चाहिए।
अच्छे लोगों से संपर्क
एक कहावत है कि हम उसी चीज का एक हिस्सा बन जाते हैं, जो हमेशा हमारे आस-पास मौजूद रहती है। यानी अगर हम खराब लोगों, खराब चीजों और खराब माहौल में रहें तो हमें खुद के अच्छे होने या खुद के साथ सब कुछ अच्छा होने की ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए। मोटिवेशनल स्पीकर जैफ केलर ने अपनी किताब 'एटीट्यूड इज एवरीथिंग' में लिखा है कि आप मुझे बताएं कि आप किसके साथ रहते हैं, मैं आपको बता दूंगा कि आप कौन हैं? अगर आपको तरक्की करनी है, सफलता पानी है तो अच्छे लोगों और सफल लोगों के साथ मेल-जोल बढ़ाएं। इनके साथ रहने से आप खुद में नई एनर्जी, पॉजिटिविटी महसूस करेंगी। हर वक्त कुछ नया करने के लिए मोटिवेट होंगी।
घमंड से दूरी
आप चाहे जितनी तरक्की कर लें लेकिन किसी को कम करके न आकें और ना किसी का मजाक उड़ाएं। लोगों के साथ विनम्रता से पेश आएं। किसी से सच कहना भी हो तो कड़वे तरीके से ना कहें। जाने-माने मोटिवेशनल राइटर डेल कार्नेगी ने कहा है कि सिर्फ सच कहना ही काफी नहीं है, इसे थोड़ा नाटकीय तरीके से पेश किया जाना चाहिए। ऐसा करने पर आपके संबंध खराब नहीं होंगे।
यूनीक बनें बेस्ट नहीं
बेस्ट आपको सिर्फ एक संख्या बना सकता है लेकिन यूनीक का मतलब है कि आप अपनी तरह की अकेली हैं। कई बार बेस्ट बनने के चक्कर में आप अपनी बहुत सारी एनर्जी खत्म कर देती हैं और बेकार के काम में उलझ कर रह जाती हैं। दूसरों से कॉम्पिटिशन करके आप सिर्फ अपनी मानसिक स्थिति बिगाड़ती हैं। इससे न सिर्फ अपना नुकसान करती हैं बल्कि लोगों से अनजाने में संबंध भी बिगाड़ लेती हैं। आप अपने असल काम पर फोकस नहीं कर पातीं और धीरे-धीरे बेवजह व्यस्त रहने की आदत की वजह से पिछड़ने लगती हैं। इसके बजाय आपको अपनी क्वालिटीज को पहचानना और तराशना चाहिए, यूनीक बनाना चाहिए।
मजाक करें सोच-समझकर
किसी पर हंसने से बेहतर है कि किसी के साथ हंसें। जब भी किसी से चुहलबाजी करें तो विवेक का इस्तेमाल करें। कई बार बिना सोच-समझकर किया गया मजाक दूसरों का मन दुखा देता है, आपकी छवि को खराब कर देता है। इसलिए ऐसे मजाक से बचना चाहिए।