State Of Honour के साथ सुपुर्द- ए- ख़ाक हुए दिलीप कुमार
बुधवार शाम पांच बजे दिलीप कुमार साहब को सुपुर्द- ए- ख़ाक कर दिया गया। सांताक्रूज़ के जूहु कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया गया। इससे पहले दिलीप कुमार को खार स्थित उनके बंगले पर स्टेट ऑफ ऑनर दिया गया। एक्टर के पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर एंबुलेंस से कब्रिस्तान तक लाया गया था। जुहू में एक्टर के अंतिम दर्शन करने के लिए चाहने वालों का तांता लग गया था।

State Of Honour के साथ सुपुर्द- ए- ख़ाक हुए दिलीप कुमार
बुधवार शाम पांच बजे दिलीप कुमार (Dilip Kumar) साहब को सुपुर्द- ए- ख़ाक कर दिया गया। सांताक्रूज़ के जुहू कब्रिस्तान में उन्हें दफनाया गया। इससे पहले दिलीप कुमार को खार स्थित उनके बंगले पर स्टेट ऑफ ऑनर दिया गया। एक्टर के पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर एंबुलेंस से कब्रिस्तान तक लाया गया था। जुहू में एक्टर के अंतिम दर्शन करने के लिए चाहने वालों का तांता लग गया था।
दिनभर से देश भर की तमाम दिग्गज हस्तियां दिलीप साहब के अंतिम दर्शन करने या तो उनके घर पहुंची हुई थी या फिर सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजली दे रही थी। बॉलीवुड, टॉलीवुड और भोजपुरी, भारत की तमाम फिल्म इंडस्ट्री की बड़ी- बड़ी हस्तियों ने दिलीप साहब के चले जाने को इस इंडस्ट्री का एक बड़ा नुकसान बताया है। एक्टर के अंतिम दर्शन करने शाहरुख खान, रणबीर कपूर, विद्या बालन, जॉनी लीवर, अनुपम खेर के साथ साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) भी उनके आवास पर पहुंचे थे। एक्टर के घर से कई तस्वीरें सामने आयी जिनमें तमाम हस्तियां सायरा बानो (Saira Banu) को सांत्वना दे रहे थी।
बता दें कि बुधवार सुबह करीबन 7:30 बजे वेटेरन एक्टर दिलीप कुमार ने अपनी अंतिम सांसे ली थी। वह मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में सांस लेने में हो रही दिक्कतों के कारण एडमिट हुए थे। हाल फिलहाल में यह तीसरी बार था जब एक्टर को खराब तबियत के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले वह हर बार ठीक होकर घर वापस लौट आते थे। कौन जानता था कि वह जब इस बार घर से जाएंगे तो वापस सिर्फ उनका पार्थिव शरीर ही आएगा। उनका इलाज करने वालें डॉक्टर्स की टीम ने बचाने की हर संभव कोशिश की। डॉ. पारकर का कहना था, 'सर्जन, न्यूरोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट... हम सब दिलीप कुमार की सेहत की देखरेख में जुटे हुए थे। हम यही चाहते थे कि वह अपनी जिंदगी के 100 साल पूरे करें। उन जैसा न कोई था, न होगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।'