Bigg Boss OTT: खत्म हो गयी राकेश और शमिता के बीच की दूरियां, एक्टर ने इस अंदाज़ में किया अपने प्यार का इज़हार
'बिग बॉस ओटीटी' इस समय अपने आखिरी हफ्ते में चल रहा है। तो इस बार 'बिग बॉस' के घर में इज़हार-ए-इश्क देखने को मिला है। शो के कनेक्शन राकेश बापट ने शमिता शेट्टी से अपने प्यार का इज़हार किया है। सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में आप राकेश को शमिता से प्यार का इजहार करते हुए देख सकते है।

'बिग बॉस ओटीटी' (Bigg Boss OTT) इस समय अपने आखिरी हफ्ते में चल रहा है। तो इस बार 'बिग बॉस' (Bigg Boss) के घर में इज़हार-ए-इश्क देखने को मिला है। शो के कनेक्शन राकेश बापट (Raqesh Bapat) ने शमिता शेट्टी (Shamita Shetty) से अपने प्यार का इज़हार किया है। सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में आप राकेश को शमिता से प्यार का इजहार करते हुए देख सकते है।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि शमिता राकेश से अपने बारें में कुछ अच्छा कहने के लिए कहती हैं। जब राकेश ने तुरंत जवाब नहीं दिया, तो शमिता ने मजाक में एक्टर को मारते हुए कहा, "तुम्हें कुछ अच्छा कहने में इतना समय लगता है?" एक लंबा विराम लेने के बाद, राकेश ने शमिता से कहा, "जे तैमे"। जे तैमे शब्द फ्रेंच भाषा का एक शब्द है जिसका हिंदी में मतलब होता है कि मैं तुमसे प्यार करता हूं। राकेश से अपने लिए ये सुनकर के शमिता हैरान हो जाती हैं और फिर पूछती हैं, "क्या आप जे तैमे का मतलब भी जानते हैं?" जिस पर राकेश कहते हैं, "हां, मैं करता हूं।" इसके बाद शमिता स्पीचलेस हो जाती हैं। यहां देखिए वीडियो...
Confession!!💕💕💕#ShaRa pic.twitter.com/PxitYfq4gF
— salwa khan (@salwakhan224) September 13, 2021
आपको बता दें कि रविवार के वार स्पेशल एपिसोड में शमिता ने करण के सामने राकेश के लिए अपनी फीलिंग्स बताते हुए कहा था कि वह राकेश को पसंद करती हैं। वहीं जब शमिता की मां 'बिग बॉस' के घर में आयी थी उस दौरान एक्ट्रेस ने अपनी मां के सामने भी राकेश की तारीफ की थी। शमिता ने अपनी मां से कहा था, "क्या राकेश स्वीट नहीं है?" जिस पर सुनंदा शेट्टी (Sunanda Shetty) ने कहा, "वह कितना प्यारा आदमी है।" इसके बाद शमिता की मां राकेश की तरफ देखते हुए कहती हैं, "घर में तुम जेंटलमैन हो।" इसके जवाब में राकेश उन्हें फ्लाइंग किस देते हुए लव यू कहते हैं। इसके साथ ही शमिता की मां ने राकेश को सलाह दी कि वह दूसरों की राय के कारण खुद को न बदलें।