साहित्यिक चोरी के आरोपी सात प्रोफेसरों के खिलाफ जांच कराए एमएचआरडी और यूजीसीः जेएनयूएसयू
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से की गई शिकायत में विश्वविद्यालय के सात प्रोफेसरों के खिलाफ साहित्यिक चोरी (प्लेगरिज्म) के आरोपों की जांच की मांग की।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 13 Oct 2018 1:47 AM GMT
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से की गई शिकायत में विश्वविद्यालय के सात प्रोफेसरों के खिलाफ साहित्यिक चोरी (प्लेगरिज्म) के आरोपों की जांच की मांग की।
जेएनयूएसयू ने मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए कहा कि प्रशासनिक पदों पर बैठे कुछ प्रोफेसरों पर कुछ छात्रों ने साहित्यिक चोरी के आरोप लगाए हैं।
अपनी शिकायत में जेएनयूएसयू ने कहा, ‘‘कुछ शिक्षक विश्वविद्यालय में प्रशासनिक पद संभाल रहे हैं और कुछ तो ऐसी समितियों का हिस्सा हैं जो हमारी अकादमिक नीतियां तय करती हैं।' छात्र संघ ने कहा, ‘‘प्रशासन की चुप्पी और पूरी निष्क्रियता चौंकाने वाली है।'
जेएनयूएसयू ने साहित्यिक चोरी के आरोपी प्रोफेसरों के खिलाफ जांच और प्रशासनिक एवं अकादमिक ड्यूटी से उनके निलंबन की मांग की। शिकायत में जेएनयू के प्रोफेसर बुद्धा सिंह और कृष्णेंद्र मीणा के भी नाम हैं। दोनों ने कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं। मीणा ने यह भी कहा कि यह मामला दोस्ताना तरीके से सुलझा लिया गया।
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