दाल-टमाटर की कीमतें बढ़ने से उड़ी सरकार की नींद
आम आदमी के लिए दाल रोटी खाना भी मुश्किल हो गया है।

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haribhoomi.comCreated On: 16 Jun 2016 9:41 AM GMT
नई दिल्ली. सब्जी, दाल से लेकर जिन्सों की बढ़ती कीमत और मानसून की धीमी होता चाल ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। सरकार इन स्थितियों में कुछ रास्ता निकालने का प्रयास कर रही है।
दाल की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए सरकार ने तय किया है कि डिमांड और सप्लाई के अंतर को कम किया जाएगा। फिलहाल देश में दाल की डिमांड और सप्लाई के बीच 76 लाख टन का अंतर है। इसके अलावा ये भी तय हुआ है कि महंगाई की समीक्षा अब हर हफ्ते होगी। बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली के घर हुई मीटिंग के बाद ये फैसला लिया गया। इसमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, खाद्य मंत्री रामविलास पासवान, निर्मला सीतारामण और वेंकैया नायडू भी मौजूद थे।
दाल दो माह में 35 फीसदी महंगी हुई
खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने सब्जियों के बढ़ते दामों पर कहा कि सरकार मूल्य वृद्धि को लेकर काफी गंभीर है राज्यों को भी सचेत किया गया है। पिछले 2 महीने में खाने-पीने की चीजों के दाम तेजी से बढ़े हैं। दाल करीब 35 फीसदी, सब्जियां के दाम करीब 13 फीसदी, आलू के दाम करीब 60 फीसदी और चीनी के दाम 22 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। इसके अलावा चाय करीब 13 फीसदी, कॉफी करीब 10 फीसदी और गेहूं की कीमतों में 7 फीसदी तक का उछाल आया है।
सस्ती दाल के लिए वैन
आम आदमी के लिए दाल रोटी खाना भी मुश्किल हो गया है। एक किलो अरहर की दाल 180 रुपए में मिल रही है। बिगड़ती हालत को देखते हुए केंद्र सरकार ने राजधानी वालों को सस्ती दाल देने की योजना शुरू की। दिल्ली वालों के लिए सरकार दाल वाली वैन चलाएगी और इस वैन से लोग 120 रुपए प्रति किलो दाल ले पाएंगे।
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