अब दिल्ली में जल संकट गहराने की आशंका, आठ मई से नहीं मिलेगा गंग नहर का पानी
यूपी सरकार का तर्क है कि नहर में पानी का स्तर लगातार कम हो रहा है

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नई दिल्ली. दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिश्रा ने मीडिया के माध्यम से दिल्लीवासियों को आश्वस्त किया है कि जल संकट को गहराने नहीं देंगे, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि राजधानी के कई इलाकों में समर एक्शन प्लान के बावजूद जल संकट गहराने लगा है।
कई इलाकों में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। ज्ञात हो कि इस वक्त पूरा देश सूखे से जूझ रहा है। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने अगामी आठ मई से गंग नहर का पानी दिल्ली को देने से मना करने की बात कही है। यूपी सरकार का तर्क है कि नहर में पानी का स्तर लगातार कम हो रहा है। यदि दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं मिला तो आगामी नौ मई से दिल्ली में जल संकट गहरा सकता है।
प्रयाप्त आपूर्ति नहीं
जिन इलाकों में पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति की जाती है। उन लोगों की शिकायत है कि तय समय से काफी कम समय तक पानी आ रहा है। पानी का प्रेशर भी कम होता है। इस कारण लोग प्र्याप्त मात्रा में पानी नहीं भर पाते हैं। वहीं, दूसरी ओर जिन इलाकों में टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाती है। उन इलाकों में 8-10 दिनों में आपूर्ति की जा रही है।
यहां जारी है दिक्कत
दक्षिण, दक्षिण-पूर्वी, पश्चिमी दिल्ली के अलावा उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के साथ-साथ मध्य दिल्ली में पानी की कमी महसूस की जा रही है। यदि सोनिया विहार और भागीरथ जल शोधन संयंत्र पानी के अभाव में बंद हो गया तो यमुनापार में भी जल संकट गहरा जाएगा।
आज यहां पानी की किल्लत
दिल्ली जल बोर्ड द्वारा की जाने वाली मरम्मत कार्य की वजह से राजधानी के कई इलाकों में दो दिनों तक जलापूर्ति बाधित रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड की प्रवक्ता के अनुसार आगामी आर के पुरम, वसंत विहार, कटवरिया सराय, बेर सराय, किशनगढ़, मुनरिका, जेनएयू, महरौली, आईआईटी, ग्रीनपार्क, सफरदजंग एंक्लेव, डी ब्लॉक जनकपुरी, बुदेला और शाहपुर के आसपास के इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित रहेगी। हालांकि लोगों की सुविधा के लिए जल बोर्ड ने टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति का निर्णय लिया है।
जानकर चुप रही सरकार : विजेंद्र गुप्ता
विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता ने इस संबंध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक खुला पत्र लिखकर मांग की है कि वे दिल्ली की जनता को पानी की किल्लत से बचाने के लिए जल्दी से पर्याप्त जल की व्यवस्था करें। उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल 2016 को सूचना मिली थी कि उत्तराखंड व यूपी सरकार टिहरी जलाशय से दिल्ली को मिलने वाली पानी पर रोक लगाने जा रही है। बावजूद इसके दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिर्शा और सीएम केजरीवाल ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
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