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इस साल दिल्ली में नहीं खुलेगा एक भी शराब का ठेका

केजरीवाल ने कहा कि लोगों को अपने इलाके में शराब की दुकानों से समस्या होती है।

इस साल दिल्ली में नहीं खुलेगा एक भी शराब का ठेका
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नई दिल्‍ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा से मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए जाने जाते हैं। इस बार केजरीवाल ने दिल्ली वासियों के लिए एक नई घोषणा की है जिसमें यह कहा गया है कि दिल्ली में इस साल शराब की कोई नई दुकान नहीं खुलेगी। अगर किसी भी मोहल्ले में कोई उतपात की शिकायत आएगी तो मोहल्ला सभा को यह अधिकार होगा की वह अपने आसपास की शराब की दुकानें बंद करा सके।
आपको बता दें कि इस घोषणा के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि किसी भी दुकान को बंद करने का निर्णय लेने की प्रक्रिया को करने से पहले मोहल्ला सभा के दस फीसदी मतदाताओं द्वारा इस संबंध में लिखित शिकायत देना होगी।
केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'कई लोगों को अपने इलाके में शराब की दुकानों से समस्या होती है क्योंकि लोग खुलेआम शराब पीते हैं और उत्पात मचाते हैं। महिलाएं बाहर निकलने में असुरक्षित महसूस करती हैं क्योंकि वे ऐसे मामलों में असुरक्षा महसूस करती हैं। अतएव हमने दो निर्णय लिए हैं।'
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, शहर में शराब की दुकानें बढ़ने के खिलाफ योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की अगुवाई वाली स्वराज अभियान द्वारा चलाए गए अभियान के बीच मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह फैसला आया है। स्वराज अभियान ने दावा किया कि पिछली फरवरी से अब तक शहर में शराब की 58 दुकानें खुलीं हैं।
सिसोदिया ने कहा कि लिखित शिकायत आने के बाद मोहल्ला सभा की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें जरूरी न्यूनतम उपस्थिति उस इलाके के कुल मतदाताओं का 15 फीसदी होगा और उसमें कम से कम 33 फीसदी महिलाएं होंगी। यदि बैठक में मौजूद दो-तिहाई सदस्य किसी दुकान को बंद करने का निर्णय करते है तो दुकान को स्थानांतरित करना होगा। लेकिन इसमें भी जहां इसे स्थानांतरित किया जाना है, वहां के सदस्यों को ऐसे किसी कदम को मंजूरी देना होगा।
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