जानिए, क्या है टैंकर घोटाला, जिसकी वजह से गई मंत्री की कुर्सी
ये घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल में हुआ थ।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 7 May 2017 10:23 AM GMT
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को 'आप' के जल मंत्री कपिल मिश्रा को निलंबित कर दिया।जिसके बाद कपिल मिश्रा ने इस संबंध में किसी बड़े खुलासे का दावा किया है।
मिश्रा ने आरोप लगाया है वाटर टैंकर घाटोले में अरविंद केजरीवाल से जुड़े भी कुछ नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि ये घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल में हुआ था।
ये है घोटाला:
2012 में जब शीला दीक्षित सीएम के साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष भी थीं उस समय दिल्ली जल बोर्ड ने 385 स्टील के टैंकर किराए पर लिए थे। आरोप है कि जो टैंकर लिए गए थे, उसमें करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ था।
ये मामला साल 2009 से लेकर 2015 के बीच का है। जब कांग्रेस की सरकार की थी और शीला दीक्षित दिल्ली की सीएम थीं।
ये घोटाला तब सामने आया जब दिल्ली में 'आप' की सरकार आई। 'आप' के विधायक और पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा ने इस मामले की शिकायत एसीबी में की। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि शीला सरकार में वाटर टैंकर घोटाला हुआ।
कपिल के अलावा बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने भी शीला दीक्षित के खिलाफ एसीबी में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद एसीबी ने जून 2016 में एफआईआर दर्ज की। इस मामले में कपिल मिश्रा से भी एसीबी पूछताछ कर चुकी है।
शीला ने इस मामले में अपनी सफाई पेश करते हुए कहा था कि, 'कॉन्ट्रैक्ट देने का निर्णय सामूहिक था, जिसमें बीजेपी भी शामिल थी।'
टैंकर घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई थी। केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने जांच रिपोर्ट की फाइल को दबाने की कोशिश की। बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने उनके खिलाफ शिकायत की थी।
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