राज्यों के साथ पूरा न्याय करेगी टीम एचआरडी: जावड़ेकर
पहले एचआरडी मंत्रालय में दोनों राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा, प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया बेहद लो-प्रोफाइल नजर आते थे।

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kavita joshiCreated On: 8 July 2016 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बृहस्पतिवार को मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद कहा कि मैं और मेरे विभाग के दोनों मंत्री टीम एचआरडी की तरह काम करते हुए राज्यों के साथ सभी विषयों पर मिलकर काम करेंगे, उन्हें मदद करेंगे और उनके साथ पूरा न्याय करेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर सुब्रमण्यम समिति की सिफारिशों के कुछ अंश मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड किए जाने को लेकर राज्यों की नाराजगी और विवादित मंत्रालय की छवि को लेकर हरिभूमि द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब में जावड़ेकर ने कहा कि हम सभी राज्यों का साथ लेंगे, उनके साथ न्याय करेंगे और राज्यों की भागीदारी से ही देश को आगे बढ़ाएंगे। आप लोग आते रहिए, अच्छी खबरें छापते रहिए। कोई विवाद नहीं होगा। पहले यह भी चर्चा थी कि जावड़ेकर के कार्यभार संभालते वक्त मंत्रालय में पूर्व एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी भी मौजूद रहेंगी। लेकिन किसी निजी कारण की वजह से वो उपस्थित नहीं हो सकी।
पहले साइडलाइन रहे राज्यमंत्री
पहले एचआरडी मंत्रालय में दोनों राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा, प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया बेहद लो-प्रोफाइल नजर आते थे। विभागीय कामकाज से लेकर अन्य कार्यक्रमों में मुख्य भूमिका में स्मृति ईरानी ही नजर आती थी। लेकिन प्रकाश जावड़ेकर ने इस वन मैन आर्मी वाली परिपाटी को पहले ही दिन से ही बदलते हुए स्पष्ट कर दिया कि आने वाले दिनों में मंत्रालय में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिलेगा। हम तीनों टीम एचआरडी की तरह काम करेंगे और देश की शिक्षा को दुरूस्त करेंगे। विभाग में जो भी चुनौतियां हैं उन्हें अवसर में तब्दील करके काम करेंगे। गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना हमारा मिशन होगा।
शिक्षकों संग संवाद
देश में करीब 13 करोड़ बच्चे स्कूली और उच्च-शिक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में इन स्तरों पर हमारा जोर शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित करना होगा। इसी के तहत मैं 10 जुलाई को पुणे जाऊंगा और वहां अपने शिक्षकों का सम्मान करूंगा। मेरे शिक्षकों के सम्मान के साथ ही देश के शिक्षकों के सम्मान का संदेश भी दिया जाएगा। बच्चों को फेल न करने की नीति को लेकर जावड़ेकर ने कहा कि मैं राज्यों की भावनाआें से अवगत हूं। जब मैं महाराष्ट विधानपरिषद का सदस्य था। तब भी इसके होने या हटाए जाने पर चर्चा होती थी। हम इसपर निश्चित विचार करेंगे। जेडीयू सांसद अली अनवर की स्मृति ईरानी पर की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने कहा, यह बेहद खराब टिप्पणी है जो मैंने अब तक सुनी है।
सवाल पूछने की आजादी
मंत्रालय आने से पहले ‘इंफोकॉम 2016: ट्रांसफार्म, डिस्ट्रप्ट, ट्रांसफार्म’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में जावड़ेकर ने कहा कि स्कूलों में बच्चों में सवाल पूछने की प्रवृति घट रही है। ऐसा नहीं चल सकता। हम नवाचार में पिछड़ रहे हैं। क्योंकि हम सवालों को आमंत्रित नहीं करते। मैं नवाचार पर जोर देना चाहूंगा। नवाचार विद्रोह का ही एक प्रकार है। सतत विकास प्रधानमंत्री का मंत्र है। यह प्रकृति को बुरी तरह से प्रभावित नहीं करता। लेकिन सभी के विकास को पुख्ता करता है।
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