तंत्र-मंत्र के चक्कर में मां की हत्या कर पिया खून, टुकड़े-टुकड़े कर जलाया चूल्हे में
31 दिसम्बर की रात जहां लोग न्यू इयर पार्टी मानने में मनाने में लगे थे वहीं ग्रामीण इलाके में एक बेटा अपनी ही मां के साथ खूनी खेल खेलने में लगा था। हत्या का खुलासा तब हुआ जब दिन बाद गांव की ही प्रत्यक्षदर्शी महिला ने पुलिस में जाकर घटना की जानकारी दी।

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टीम डिजिटल /हरिभूमि रायपुरCreated On: 5 Jan 2019 11:45 AM GMT
31 दिसम्बर की रात जहां लोग न्यू इयर पार्टी मानने में मनाने में लगे थे वहीं ग्रामीण इलाके में एक बेटा अपनी ही मां के साथ खूनी खेल खेलने में लगा था। हत्या का खुलासा तब हुआ जब दिन बाद गांव की ही प्रत्यक्षदर्शी महिला ने पुलिस में जाकर घटना की जानकारी दी।
ग्रामीणों के मुताबिक दिलीप के पिता रामू यादव और छोटे भाई संदीप की कुछ अंतराल में मौत हो गई थी। जिसके बाद से वह तंत्र मंत्र के चक्कर में पड़ गया था। घर उसने एक जगह तंत्र मंत्र साधना की लिए स्थली बना ली थी।

मामला पाली थाना अंतर्गत रामाकछार का है जहां 31 दिसंबर के सुबह करीब 10.30 बजे 25 वर्षीय दिलीप यादव अपनी मां 50 वर्षीय सुमरिया यादव को घर में ही टांगी से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह जमीन पर मृत पड़ी सुमरिया का खून पीने लगा। इस दौरान अचानक सुमरिया से मिलने पहुंची गांव की ही 60 वर्षीय समारिन बाई यह सब देख घबरा गई और चुपचाप वहां से लौट आई।
दिलीप नरभक्षी हरकत से घबराई समारिन ने 3 दिन बाद हिम्मत कर परिजनों को और ग्रामीणों को बताया। जिसके बाद सभी ने मिलकर पाली थाना चैतमा चौकी पहुंच कर पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी।

घटना की जानकारी मिलने के बाद जांच के लिए मौके पहुंची पुलिस ने जब वहां का नजारा देखा तो सबके होश उड़ गए। एक ओर घर के परछी में चूल्हे की राख के बीच सुमरिया बाई की अस्थियां पड़ी थीं। वहीं तंत्र मंत्र साधना स्थल पर मृतका के मांस के टुकड़े मिल और कमरे की दीवारों पर खून की छींटे पड़े हुए थे। पुलिस ने मौके से हत्या में इस्तेमाल की गई टंगिया भी जब्त कर ली गई है। आरोपी दिलीप फरार है।
करता अजीबों गरीब हरकतें
पुलिस पूछताछ में ग्रामीणो ने बताया तंत्र मंत्र के चक्कर में पड़ने के बाद से दिलीप अजीब अजीब हरकते करता था। वह अपने सपने में कुछ—कुछ देखने व साधना सिद्धी के लिए बलि देने की बात करता था। दिलीप की इसी हरकतों से परेशान होकर उसकी पत्नी दो साल पहले उसे छोड़कर मायके चली गई और फिर कभी वापस नहीं आई।
टोनही मानता था अपनी मां को
ग्रामीणों ने बातया सुमरिया बाई खेतों में काम करके घर चलाती थी। दिलीप अक्सर उसे टोनही कहता था। उसकी इस हरकत से वही भी काफी परेशान थी।
तंत्र-मंत्र की किताबें पढ़ता था
दिलीप ने हत्या कर शव जला दिया था। मौके से हत्या में इस्तेमाल टंगिया, जली हुई अस्थियां, तंत्र-मंत्र की किताबें मिली हैं। फरार आरोपी की तलाश की जा रही है। संभवत: तंत्र-मंत्र की किताबें पढ़कर ही दिलीप साधना कर रहा था। - संदीप मित्तल, एसडीओपी, कटघोरा
जमीन में पड़े मां के खून को हाथों में लेकर पी रहा था
सुमरिया बाई खाट पर बैठी थीं। तभी दिलीप ने टंगिया से उनके सिर व सीने पर वार कर दिया। फिर वह नीचे बह रहे खून को हाथों में लेकर पीने लगा। यह सब देखकर मैं बहुत डर गई थी और वहां से भाग गई। रास्ते में मैंने सहेली फूलकुंवर को घटना बताई और घर आ गई। 1 जनवरी की शाम को मेरा दामाद सुमार सिंह आया। उसे देखकर हिम्मत आई और सारी बात बताई। रात हो गई थी इसलिए अगले दिन 3 जनवरी को सुमार ने पंच टेकाम, रामसाय को घटना बताई। सभी पसान थाने के ग्राम कांशीमुड़ा में रहने वाले मृतका के जेठ किशुन लाल यादव के पास गए और उन्हें साथ लाए। फिर गांव के कुछ लोगों को साथ लेकर फिर मृतका के घर गए।
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