INH और जनता टीवी ने उठाई आवाज़, तो केंद्र ने सुनीं बात
समूह संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के टॉक शो 'चर्चा' का जबरदस्त असर, कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ हिंसा करने पर केंद्र ने बनाया कानून...पढ़िए पूरी खबर-

रायपुर। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के लोकप्रिय न्यूज़ चैनल inh24x7 और हरिभूमि के नंबर वन चैनल जनता टीवी पर समूह संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी का लोकप्रिय टॉक शो 'चर्चा' का मंगलवार का एपिसोड मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो गया। ये एपिसोड देश भर में डॉक्टरों और मेडिकल टीमों पर लगातार हो रहे हमलों पर केंद्रित था। इसमें पैनल विशेषज्ञों ने तो केंद्र सरकार को अपने सुझाव दिए थे खुद समूह संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने भी इस संबंध में अपनी मांग केंद्र सरकार के समक्ष अपने इस कार्यक्रम के दौरान रखी और बुधवार को केंद्र सरकार इस कार्यक्रम में उठाए गए मुद्दे के मद्देनजर कैबिनेट बैठक में डॉक्टरों पर हमला करने वालों के खिलाफ एक सख्त अध्यादेश ले आई। यानी अब हमला करने वालों को सीधे 7 साल की कैद होगी मोदी सरकार ने इस कानून को हरी झंडी दे दी।
inh24x7 न्यूज़ और जनता टीवी ने उठाई आवाज तो केंद्र ने सुनी फ़ौरन बात
गौर हो कि रायपुर से लेकर चंडीगढ़ तक कर दिल्ली से लेकर पटना तक इस टॉक शो के वीडियो फुटेज खूब वायरल हो रहे हैं। दरअसल मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में तेजी से सफलता के सोपान तय कर रहे inh24x7 न्यूज़ चैनल और हरियाणा के नंबर वन चैनल जनता टीवी पर समूह संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के हर रोज शाम 8:00 बजे आने वाले बहु प्रचारित टॉक शो के मंगलवार का विषय था 'मुश्किल में भगवान'। इस विषय पर इसी बात को लेकर चर्चा थी कि कैसे देशभर में कोरोना के मरीजों की तीमारदारी में लगे धरती के भगवान डॉक्टरों पर जानलेवा हमला हो रहे हैं और उन्हें कैसे रोका जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री मुकेश नायक दत्ता, मेघे इंस्टीट्यूट के वाइस चांसलर डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा जैसी नामचीन हस्तियों से अटे पड़े इस कार्यक्रम में मूल रूप से सभी विद्वानों ने इस बात पर सहमति जताई केंद्र को अतिशीघ्र कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ हिंसा पर उतारू लोगों को काबू में करने के लिए एक सख्त कानून लाना चाहिए।
प्रधानमंत्री को लिखूंगा पत्र
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कार्यक्रम के बीच में ही घोषणा कर दी थी कि वे कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री को खुद पत्र लिखकर यह मांग करेंगे कि अध्यादेश लाकर इसे कानून का जामा पहनाया जाए।
केंद्र से की थी अपील बने सख्त कानून
समूह संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने भी केंद्र से अपील की थी कि इस बारे में सख्त कानून बने। पूरी चर्चा के दौरान यह बात निकलकर सामने आई कि केंद्र को इस संबंध में तत्काल कानून बनाना चाहिए समूह संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने इस संबंध में अपनी मांग केंद्र सरकार के समक्ष अपने कार्यक्रम के दौरान रखी। अगले दिन यानी मंगलवार के कार्यक्रम का असर बुधवार को हुआ और प्रधानमंत्री ने कैबिनेट की बैठक में नए कानून की घोषणा कर दी।