नेताजी सावधान : होली में पिचकारी से निकली सियासी बौछार तो नपेंगे नेता, भाषण भी बैन
हाेली के रंग और उमंग में नेताओं के सियासी बाेल उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। लाेकसभा चुनाव के लिए देश और प्रदेश में लागू आचार संहिता के बीच हाेली की खुमारी में सियासी भाषण और मतयाचना पर निर्वाचन आयाेग की खासताैर पर निगरानी रहेगी।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि रायपुरCreated On: 20 March 2019 8:55 AM GMT
हाेली के रंग और उमंग में नेताओं के सियासी बाेल उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। लाेकसभा चुनाव के लिए देश और प्रदेश में लागू आचार संहिता के बीच हाेली की खुमारी में सियासी भाषण और मतयाचना पर निर्वाचन आयाेग की खासताैर पर निगरानी रहेगी। ऐसे में अगर काेई भी सियासी दल का व्यक्ति हाेली पर आयाेजित कार्यक्रम में सियासी भाषण देगा या अपने या संबंधित पार्टी के पक्ष में मतयाचना करता हुआ कैमराें में कैद हाेगा ताे आयाेजन का पूरा खर्च ही उस पार्टी के खाते में जाेड़ दिया जाएगा।
इसी तरह बैनर, पाेस्टर या किसी अन्य माध्यम से भी सामाजिक और त्योहारी आयाेजनाें में स्वयं या पार्टी का प्रचार करना भारी पड़ सकता है। हालांकि ऐसे आयाेजनाें में नेता सामान्य ढंग से शामिल हाे सकते हैं। साथ ही वहां माैजूद लाेगाें से साैजन्य भेंट भी कर सकते हैं, लेकिन किसी भी तरह से मतयाचना नहीं की जा सकती। निर्वाचन आयाेग ने सामाजिक मंचाें या त्याेहाराें के अवसर पर किए गए आयाेजनाें की निगरानी के लिए वीडियाे और व्यय निगरानी दल का गठन कर दिया है।
जिले स्तर पर गठित निगरानी दलाें काे त्याेहार के दिन भी प्रमुख आयाेजनाें की वीडियाेग्राफी करने कहा गया है। ऐसे सभी वीडियाेज की निगरानी निर्वाचन आयाेग के कंट्राेलरूम से की जाएगी। इस दाैरान अगर काेई भी नेता आयाेजन में भाषण देता या मतयाचना करता नजर आया, ताे उस पूरे आयाेजन का खर्च ही संबंधित नेता या पार्टी के खाते में जाेड़ दिया जाएगा। चूंकि वर्तमान में प्रत्याशियाें के नामाें का ऐलान नहीं किया गया है, इसलिए ऐसी स्थिति निर्मित हाेने पर खर्च काे राजनीतिक दल के खर्च में जाेड़ा जाएगा। हालांकि राजनीतिक दलाें के खर्च की काेई सीमा तय नहीं है।
आज से हाेंगे हाेली मिलन
हाेली के माैके पर शहर में दर्जनभर से अधिक बड़े और बहुचर्चित आयाेजन हाेंगे, जिनमें बड़े नेता शामिल हाेंगे। अब तक पूर्व मंत्री बृजमाेहन अग्रवाल, राजेश मूणत, आरडीए के पूर्व अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव द्वारा आयाेजित हाेली मिलन में वरिष्ठ नेता शामिल हाेते रहे हैं। इस बार सत्ता परिवर्तन का असर हाेली के त्याैहार पर भी नजर आएगा। मेयर प्रमाेद दुबे समेत कई कांग्रेसी नेता भी इस बार हाेली मिलन का आयाेजन करते नजर आएंगे। इसके अतिरिक्त सामाजिक संगठनाें ने भी हाेली के माैके पर कई तरह के आयाेजन किए हैं, जिनमें बताैर अतिथि राजनेता शामिल हाेंगे।
त्याेहार पर सियासी तड़का भी
निर्वाचन आयाेग जहां संभावित दावेदाराें और सियासी दलाें पर खर्च काे लेकर शिकंजा कसने के मूड में नजर आ रहा है, वहीं दावेदार जनता काे रिझाने के लिए कई तरह के प्रयाेग करते नजर आ रहे हैं। काेई गुलाल और मिठाई के पैक पर अपनी तस्वीर लगाकर बांट रहा है, काेई हाेली मिलन और सांस्कृतिक कार्यक्रमाें के माध्यम से ही मतदाताओं काे आकर्षित करने में जुटा है। चुंकि लाेकसभा चुनाव में इस बार सियासी समीकरण बदले हैं, इसलिए नेताओं के ऐसे प्रयासाें का मतदाताओं पर असर हाेता भी दिख रहा है। ऐसे गिफ्ट काे लाेगाें में खासताैर पर पसंद किया जा रहा है।
मतयाचना पर जुड़ेगा खर्च
किसी भी आयाेजन में राजनीतिक व्यक्तियाें के जाने या लाेगाें से मिलने पर राेक नहीं है, लेकिन मतयाचना नहीं की जा सकती। आयाेग के वीडियाे निगरानी दलाें के माध्यम से ऐसी जानकारी आई, ताे उस आयाेजन के खर्च काे प्रत्याशी या राजनीतिक दल के खाते में जाेड़ दिया जाएगा।
-राजीव कुमार पांडेय, उपजिला निर्वाचन अधिकारी
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