छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर रुके लोगों का 5 सरपंचो ने किया विरोध, कलेक्टर को लिखा पत्र
प्रशासन ने महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को ठहराने का इंतजाम गांवों में किया है। पढ़िए पूरी खबर-

राजनांदगांव। लॉकडाउन में छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर चार दिन से फंसे लोगों के लिए प्रशासन ने महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को ठहराने का इंतजाम गांवों में किया है। लेकिन पांच गांवों के सरपंच इसके विरोध में आ गए हैं। 5 गांवों के सरपंचों ने इस संबंध में कलेक्टर को लिखित में शिकायत की। उनका कहना है कि महाराष्ट्र से आए लोग खुले में शौच जा रहे हैं, जिससे महामारी फैलने की आशंका बढ़ गई है।
तेलीनबांधा, घोरतलाव, भर्रीटोला, सड़क चिरचारी और पेंड्रीडीह के सरपंच ने कलेक्टर को लिखित में शिकायत की है। बागनदी में दूसरे राज्यों से आए लोगों के लिए भोजन के लिए ऐसी कतार लगी, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी।
बागनदी बॉर्डर पर ठहरे लोगों को अलग-अलग जगह शिफ्ट किया गया। इनमें से कुछ को स्कूल तो कुछ लोगों को सड़क चिरचारी के डिपो में शिफ्ट कर दिया गया। इस तरह से सड़क चिरचारी के डिपो में करीब 700 लोगों को ठहराया गया है।