कोरोना महामारी में अपने ध्यान को पढाई में लगाने के लिए इन विधियों का करें प्रयोग
कोरोना महामारी ने सभी विद्यार्थियों की पढाई को प्रभावित किया है। इससे भारत ही नहीं बल्कि सारा विश्व प्रभावित हुआ है। जब छात्र लगातार घर पर रहते हैं और पढाई का रुटिन टूट जाता है। तो फिर पढाई के लिए दोबारा तैयार होने में काफी कठिनाई महसूस होती है। कोरोना ने सभी लोगों को घरों के अन्दर बंद कर दिया है।

कोरोना महामारी ने सभी विद्यार्थियों की पढाई को प्रभावित किया है। इससे भारत ही नहीं बल्कि सारा विश्व प्रभावित हुआ है। जब छात्र लगातार घर पर रहते हैं और पढाई का रुटिन टूट जाता है। तो फिर पढाई के लिए दोबारा तैयार होने में काफी कठिनाई महसूस होती है। कोरोना ने सभी लोगों को घरों के अन्दर बंद कर दिया है।
कोई भी नहीं बता सकता है कि इस महामारी का अन्त कब होगा। कोरोना का प्रभाव जैसे ही सामान्य होगा विद्यालयों को फिर से शुरू कर दिया जायेगा। विद्यालयों को फिर से शुरू करने से पहले हमें सभी सुरक्षात्मक पहलुओं पर ध्यान देना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के कारण अभी सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखा गया है।
1. तनाव से बचें
आजकल विद्यार्थी मोबाइल और कमप्यूटर का अधिक प्रयोग करते हैं। इनके प्रयोग से छात्रों में तनाव उत्पन्न होता है। तनाव अध्ययन में व्यवधान का प्रमुख कारण है। तनाव को कम करने के लिए आप मोबाइल पर या किसी भी उपकरण पर गाने सुन सकते हैं या काॅमेडी फिल्म देख सकते हैं। इन सभी कार्यों के लिए समय का सही प्रकार से विभाजन करलें।
2. पढे हुए विषय पर चर्चा-परिचर्चा करें
जिस प्रकरण का आपने अध्ययन किया है उप पर ग्रुप बनाकर डिस्कश करें। डिस्कश करने से पढे गये विषय में स्थिरता आती है। संवाद किया गया विषय भी मेमोरी में स्थाई हो जाता है।
3. ध्यान केन्द्रित करें
आपके द्वारा तैयार की गई समय सारणी को हमेशा ध्यान में रखें और उसका पालन करने की कोशिश करें ।ऐसा करने से आप अपने सभी कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से संपादित कर सकते हैं।
4. अपने आप की प्रशंसा करें
कोरोना लाॅकडाउन के समय में जब सारी दुनियाँ सन्न बैठी है उस समय भी आप पढाई करने में लगे हुए हैं। यह काम अपने आप में वहुत प्रशंसनीय है
5. अध्ययन जारी रखें
पढाई को नियमित रूप से करते रहने से आप के अन्दर एक आदत का निर्माण होगा। जो आपके लिए वहुत की लाभदायक सिद्ध होगी। लगातार पढाई करते रहने से व्यक्ति का शब्द ज्ञान बढता है। रुचि बनी रहती है।
6. उद्देश्य निश्चित करें
उस लक्ष्य को निर्धारित करें जिसको आप प्राप्त करना चाहते हैं। लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उद्देश्य के अनुरूप महनत करें।
7. स्वास्थ्य का ध्यान रखें
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इसलिए शारीरिक स्वास्थय का ध्यान रखना वहुत जरूरी है।शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आपको घूमना हल्की मेहनत नियमित रूप से करनी होगी।