आज के समय में पूरी दुनिया में ऐसे कई अधिकार है जो देश के पूरे लोगों को मिलने चाहिए। लेकिन बुहत लोग अपने ह्यूमन राइट्स से दूर है। ऐसे लोगों को अधिकार दिलाने के लिए कई सरकारी और गैर सरकारी संस्था काम करते हैं।
इस संस्थाओं में काम करने वाले लोगों को ह्यूमन राइट्स वर्कर कहा जाता है। भारत का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और संयुक्त राष्ट्र संघ ने ह्यूमन राइट्स के क्षेत्र कई कानून बनाए हैं, जिनका इस्तेमाल लोगों की रक्षा के लिए किया जाता है।
आज के समय में ह्यूमन राइट्स सिर्फ समाज सेवा ही नहीं रह गया है। ह्यूमन राइट्स में अपने करियर को भी बनाया जा सकता है, इस में अच्छा करियर बनना के बेहतर ऑप्शन है।
ह्यूमन राइट्स कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता
भारत में कई बेस्ट सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज ह्यूमन राइट्स का डिप्लोमा और डिग्री कोर्सेज कराती है। ह्यूमन राइट्स करने के लिए छात्र को 12वीं पास होना जरुरी होता है। छा
12वीं के ह्यूमन राइट्स के कोर्सज
डिप्लोमा इन ह्यूमन राइट्स
पीजी डिप्लोमा इन ह्यूमन राइट्स
बैचलर डिग्री इन ह्यूमन राइट्स
ह्यूमन राइट्स कोर्सज के लिए शैक्षणिक संस्थान
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन राइट्स नई दिल्ली
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU)
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
मुंबई यूनिवर्सिटी, मुंबई
वेतन
ह्यूमन राइट्स कोर्सज करने के बाद लोग अच्छा वेतन पा सकते हैं। ह्यूमन राइट्स कार्यकर्ता शुरुआत में 25 हजार रुपए महीना वेतन पा सकते हैं। और विदेशी संस्थानों में नौकरी मिलने पर पर लाखों रुपए कमा सकते हैं।