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सितम्बर-अक्टूबर तक खोले जा सकते है स्कूल, बच्चों की सुरक्षा का किया जाएगा पुख्ता इंतजाम

सरकार द्वारा स्कूलों को दोबारा शुरु करने के लिए सोचा जा रहा है। यह स्कूल खोले जाने वाली बात कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ही लिया जाएगा।

सितम्बर-अक्टूबर तक खोले जा सकते है स्कूल, बच्चों की सुरक्षा का किया जाएगा पुख्ता इंतजाम
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स्कूल (फाइल फोटो)

कोरोना वायरस के चलते बन्द पड़े स्कूल-कॉलेज को खोलने के लिए सरकार जल्द ही फैसला ले सकती है। सरकार के मुताबिक स्कूल सितम्बर या अक्टूबर में खोलें जा सकते है। यह सत्र सभी सत्रों की तरह ही माना जाएगा। इसको जीरो ईयर नहीं घोषित किया जाएगा।

कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जहां अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते है। वहीं सरकार और स्कूल प्रशासन स्कूलों को पूरी सेफ्टी के साथ खोलने के पक्ष में नजर आ रही है। पर इस बात का फैसला कि स्कूल खुलेंगे या नहीं यह कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए और अभिभावक और राज्य सरकार की के फैसले को देखते हुए लिया जाएगा।

सरकार द्वारा पहले भी कई बार स्कूल खोलने पर बात की जा चुकी है पर संक्रमण को देखते हुए अभी तक इसका फैसला नहीं लिया गया है। पहले स्कूलों को जुलाई में खोले जाने का सोचा गया था पर बाद में इसको बदल दिया गया क्योंकि अभिभावक अपने बच्चों के साथ रिस्क नहीं लेना चाहते है इसलिए 31 अगस्त तक के लिए इसे आगे बढ़ा दिया गया। कई अभिभावक ने तो सीबीएसई की परीक्षा को रोकने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी डाली थी।

अभी तक स्कूल खोलने के पक्ष में कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं किया गया है। यह फैसला देश में फैल रहे कोरोना वायरस को देखते हुए लिया जाएगा और तभी यह साफ होगा की स्कूल खुलेंगे या नहीं। स्कूल कॉलेज खोलने के लिए राज्य सरकारों को यह आदेश दिया गया था की वह इस बारे में अभिभावकों से इस बारे में फीडबैक लें की स्कूल खोले जाएँ या नहीं। कुछ अभिभावक अक्टूबर से स्कूल खोलने के पक्ष में है।

अभी फिलहाल ऑनलाइन क्लास द्वारा बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। आगे भी छोटी क्लास के बच्चों को ऑनलाइन क्लास ही दी जाएगी। पर बड़े बच्चों के लिए स्कूल खोलने की तैयारी हो रही है। 6th से लेकर 12th तक स्कूल खोले जाने का सोचा है। क्लास लगने के बाद पूरी तरह से दूसरी कक्षा लगने से पहले सबको सैनेटाइज किया जाएगा। कक्षा सिर्फ तीन से चार घंटे की ही लगाई जाएगी। स्कूलों में बच्चों की सेफ्टी को देखते हुए ही पढ़ाया जाएगा।

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