एम्स प्रवेश परीक्षा 2020: कोरोना वायरस संकट के बीच 33 हजार छात्रों ने दी परीक्षा, ऐसे हुआ सफल आयोजन
एम्स प्रवेश परीक्षा 2020: कोरोना वायरस संकट के बीच एम्स की प्रवेश परीक्षा हुई है। सफलता पूर्वक 33 हजार छात्रों ने परीक्षा दी है। अभ्यर्थियों के रजिस्ट्रेशन और कागजी जांच के लिए लेटेस्ट तकनीकी का प्रयोग किया गया है।

एम्स प्रवेश परीक्षा 2020: सरकारें जहां कोरोना वायरस फैलने के डर से परीक्षाएं निरस्त कर रही हैं। उस दौर में एम्स की प्रवेश परीक्षा 33 हजार छात्रों ने दी है। परीक्षा का सफल आयोजन कर रिकॉर्ड बनाया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ओर से 12 जून को आयोजित परीक्षा में 33491 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। देश के सम्पूर्ण राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में एमएससी नर्सिंग, बीएससी पोस्टबेसिक, एमएस, एमडी, एमडीएस की प्रवेश परीक्षा हुई। कोरोना वायरस से छात्रों और परीक्षा कर्मियों को बचाने के लिए कई उपाय किए गए। अभ्यर्थियों के रजिस्ट्रेशन और कागजी जांच के लिए नवीनतम तकनीकी का प्रयोग किया गया है।
सभी परीक्षार्थियों के लिए बैठने की व्यवस्था कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए की गई। केन्द्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। सभी अभ्यर्थियों के लिए मास्क,सैनिटाइजर, हाथों की सफाई, महाविद्यालय के ड्यूटी स्टाफ और परीक्षार्थियो के बीच तय दूरी रखी गई है।
इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की गई। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिहाज से पूरे देश के 157 शहरों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए। जबकि पहले सिर्फ 60 शहरों में ही परीक्षा केंद्र थे। प्रत्येक राज्य में एक परीक्षा केन्द्र बनाया गया। परीक्षार्थियों की यात्रा में लगने वाले समय का ध्यान रखते हुए परीक्षा का समय भी परिवर्तित किया गया। परीक्षा का समय बदलकर सुवह 9 बजे से 1 बजे तक कर दिया गया।