ये हैं लालू यादव के बारे में बचपन से लेकर अब तक की रोचक जानकारियां
घोटाले मामले में लालू प्रसाद यादव को शनिवार को सीबीआई की स्पेशल अदालत ने फैसला सुना दिया है। सीबीई के जज शिवपाल सिंह ने लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल साल की सजा और पांच लाख रूपए का जुर्माना लगाया है।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्लीCreated On: 6 Jan 2018 5:56 PM GMT
घोटाले मामले में लालू प्रसाद यादव को शनिवार को सीबीआई की स्पेशल अदालत ने फैसला सुना दिया है। सीबीई के जज शिवपाल सिंह ने लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल साल की सजा और पांच लाख रूपए का जुर्माना लगाया है। अगर लालू यादव जुर्माना नहीं देते हैं तो उन्हें अतिरिक्त 6 महीने जेल में बिताने होंगे।
लालू यादव की दस रोचक जानकारियां
- आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का जन्म 1 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फूलवरियां गांव में एक यादव परिवार में हुआ था। लालू को बचपन से ही दूध और दही 'माठा' खाने का बहुत शौक रहा है।
- लालू प्रसाद यादव बचपन में गांव के बच्चों के साथ गाय और भैंसे चराया करते थे। लालू को गाय और भैंसों के चारे का इंतजाम भी करना होता था। लेकिन ये अलग बात है आज लालू प्रसाद यदाव को चारा घोटाले के मामले में सीबीई के जज शिवपाल सिंह ने उन्हें साढ़े तीन साल साल की सजा और पांच लाख रूपए का जुर्माना लगाया है।
- लालू, यादव परिवार से होने के कारण उन्हें यादव बिरादरी के सभी कार्य करना आता है। जिसमें गायों और भैसों का दूध दूहने के साथ ही दूध-दही बेचना भी शामिल है।
- लालू प्रसाद यादव को बिहार का प्रमुख व्यंजन लिट्टी-चोखा तथा सत्तू 'मक्के और चने का' खाना बेहद शौक है।
- आपको बता दें कि लालू पटना के बीएन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करते समय ही छात्र राजनीति में आए थे। जेपी के अनुयायी लालू नीतीश कुमार तथा रामविलास पासवान के राजनीतिक गुरु भी बने।
- बिहार में साल 2003 में कुछ हिस्सों में आई बाढ़ के बारे में जब आरजेडी के प्रमुख लालू यादव से केंद्र सरकार ने पूछा तो उन्होंने कहा कि इतना पानी तो मेरी पाड़ी 'भैंस का बच्चा' एक बार में पी जाती है।
- आपको बता दें कि लालू अपने भाषणों में देहाती भाषा के शब्दों का प्रयोग बहुत ही अधिक करते हैं। देश तथा विदेशा में भी इनके इस तरह के बोलने के स्टाइल पर फिदा है। लोग इन्हें राजनीति का बहुत बड़ा कॉमेडियन भी मानते हैं। देश की मीडिया में भी इनके इस स्टाइल की बहुत ही चर्चा होती है।
- 8साल 2005 में लालू प्रसाद केंद्र की सत्ता में यूपीए की सरकार आने के बाद रेल मंत्री बने थे। रेल मंत्री बनने के बाद लालू यादव ने रेलवे स्टेशनों पर चाय मिट्टी के बर्तन (कुल्हड़) में बेचना अनिवार्य कर दिया था, जिसके बाद रेलव तथा कुल्लड़ बनाने वाले की काफी कमाई हुई थी। इतना ही नहीं जब तक लालू यादव रेलमंत्री रहे उन्होंने यात्री किराया नहीं बढ़ाया।
- आरजेडी के प्रमुख लालू यादव उस समय सुर्खियों आए जब उन्होंने कहा था कि वे बिहार की सड़कों को बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे।
- लालू प्रसाद यादव ने एक चुनावी सभा में कहा था कि सभी यादवों के घर में एक गाय और भैंस होगी और जब भी मैं यहां आऊंगा तो आप मुझे दूध और दही खिलाना।
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