Hari bhoomi hindi news chhattisgarh
toggle-bar

बिहार टॅापर घोटालाः मुख्य आरोपी बच्चा राय पर ED ने की कार्रवाई, संम्पत्ति को जब्त करने के दिए आदेश

बिहार टॅापर घोटाले मामले में प्रर्वतन निदेशालय ने मुख्य आरोपी बच्चा सिहं की सम्पति संम्पत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने बच्चा राय की संम्पत्ति जब्त करने की पीछे वजह दी है कि गिरफ्तारी के समय बच्चा राय अपनी सालाना कमाई 51 लाख रूपये बताई थी। जबकि उसी साल बच्चा राय ने करीब ढाई करोड़ रूपये से अधिक की संम्पति खरीदी थी। जिसके चलते ईडी ने गैर-कानूनी तरीके से कमाई गई संपत्तियों को जब्त कर लिया है।

बिहार टॅापर घोटालाः मुख्य आरोपी बच्चा राय पर ED ने की कार्रवाई, संम्पत्ति को जब्त करने के दिए आदेश
X
प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने बिहार टॅापर मामले में बड़ी कार्रवाई करते है हुए मुख्य आरोपी बच्चा राय की 4.53 करोड़ रूपये की संम्पति को सील कर दिया है। बच्चा राय पर विशनु राय कॅालेज के छात्रों के परीक्षा परिणामों से छेड़खानी करने का आरोप है, इसके साथ ही मामले की जांच अभी जारी है।
प्रर्वतन निदेशालय ने बच्चा सिहं की सम्पति को इसलिए सील किया है क्योंकि बच्चा सिंह ने अपनी गिरफ्तारी के समय अपनी सालाना कमाई 51 लाख रूपये बताई थी। जबकि उसी साल बच्चा सिंह ने करीब ढाई करोड़ रूपये से अधिक की संम्पति खरीदी थी। जिसके चलते ईडी ने गैर-कानूनी तरीके से कमाई गई संपत्तियों को जब्त कर लिया है।
आपको बता दे कि 2016 बिहार टॅापर घोटाले के सामने आने पर पुलिस जांच में पता चला के बाद तत्कालीन बिहार विद्दालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह,उनकी पत्नी उषा सिन्हा और विशनु राय कॅालेज के प्रिंसिपल बच्चा राय इस घोटाले के मास्टर माइंड है।

बिहार में साल 2016 में 12वीं क्लास की परीक्षा के टॅापर घोटाला सामने आया था। बिहार में 2016 में 12वी कक्षा के नतीजों में रूबी राय ने आर्ट्स में पूरे राज्य में टॅाप किया था। वहीं सौरभ श्रेष्ठ ने विज्ञान में टॅाप किया था।

लेकिन घोटाले के सामने आने के बाद जब मीडिया ने रूबी राय से उनके विषय से संबंधित सवाल किए तो वह ठीक से अपने विषय का नाम तक नहीं बोल पाई। वहीं दूसरी तरफ विज्ञान विषय के टॅापर श्रेष्ठ का भी हाल कुछ ऐसा ही था।

ये भी पढ़ेःकर्नाटक चुनाव 2018ः अमित शाह का सीएम सिद्धारमैया पर हमला, कांग्रेस पर लिंगायत वोटरों के ध्रुवीकरण का लगाया आरोप

जिसके बाद शिकायत मिलने पर जांच में सामने आया कि रूबी और श्रेष्ठ एक ही कॅालेज के छात्र है। जांच में पता चला कि परत दर परत मामले का खुलासा होता गया। जिसमें सामने आया कि इसमें विभिन्न कॅालेजों और स्कूलों के प्रिंसपल इस तरह टॅाप बनाने के ऐवज में मोटी रकम ले रहे है।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

और पढ़ें
Next Story