कोरोना वायरस के प्रकोप से तेजस्वी की बेरोजगारी यात्रा रद्द, नीतीश सरकार से मांगा हिसाब
कोरोना वायरस का प्रकोप बिहार के राजनीति पर भी असर दिखाई दे रहा है। कोरोना के डर से राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपनी बेरोजगारी हटाओ यात्रा को रद्द कर दिया गया। तेजस्वी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।

कोरोना वायरस का प्रकोप बिहार के राजनीति पर भी असर दिखाई दे रहा है। कोरोना के डर से राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपनी बेरोजगारी हटाओ यात्रा को रद्द कर दिया गया। तेजस्वी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। कॉन्फ्रेंस के जरिए उन्होनें कहा कि इस यात्रा को 31 मार्च के लिए रद्द कर दिया गया है।
बेरोजगारी यात्रा को लेकर तेजस्वी ने कहा कि इस यात्रा को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। राजद ने बेरोजगारी हटाओ यात्रा के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 9334302020 जारी किया है। जल्द ही एक एंड्रॉयड एप भी जारी किया जाएगा। रद्द की घोषणा के साथ ही राजद नेता ने सत्ताधारी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार से बेरोजगारी को लेकर 18 सवाल किए हैं और उम्मीद है कि इस बार जवाब मिल जाएगा।
राजद द्वारा जारी किए गए नम्बर 9334302020 पर मिस्ड कॉल कर बेरोजगारी हटाओ अभियान से जुड़ें!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 18, 2020
बेरोजगारी हटाओ, बिहार बनाओ! pic.twitter.com/kjh3uftkXd
तेजस्वी ने नीतीश सरकार से मांगा 15 साल का हिसाब
राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार से पिछले 15 सालों का हिसाब मांगा हैं। सरकार को घेरे में लेते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में कोई उद्योग क्यों नहीं लगा? पिछले 15 सालों की नीतीश सरकार में अभी तक एक भी आईटी पार्क बिहार में नहीं लगा।
रोजगार की भारी कमी के बावजूद सरकार न तो लघु उद्योग को बढ़ावा दे रही है और न ही पर्यटन को। इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर सिर्फ म्यूजियम बनाया जा रहा है। बिहार में 15 सालों में कितना पलायन हुआ है और उसका कारण क्या है। सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है।
तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी को लेकर हमने नीतीश सरकार से पहले भी कई सवाल किए हैं, लेकिन अब तक किसी के जवाब नहीं मिलें हैं। यह दिखाता है कि बिहार के सरकार युवाओं के लिए कितना गंभीर है। सुशील मोदी कहते हैं कि डोमिसाइल नीति लागू नहीं करेंगे लेकिन वे बताएं कि 15 साल में कितने लोगों को बिहार में नौकरियां दी है।