मां तीन साल के बच्चों की लाश लेकर सड़क पर बदहवास दौड़ती रही, देखें वीडियो
हाथों में 3 साल के बच्चे की लाश लेकर बदहवास भागती ये मां बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की गवाह है।

बिहार के जहानाबाद से एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल यहां पर एक मां अपने तीन साल के बेटे के इलाज के लिए दर ब दर भटकती रही।
महिला को स्वास्थ्य व्यवस्था में न तो एंबुलेंस मिली और न ही किसी अस्पताल ने 3 साल के बच्चे को बचाने की जिम्मेदारी ली। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, इस तीन साल के बच्चे को बुखार था और उसकी मां उसे लेकर जहानाबाद सदर अस्पताल गई थी। लेकिन यहां से उसे पटना के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। लेकिन इसके बाद भी एंबुलेंस और उचित इलाज नहीं मिलने के कारण तीन साल के एक मासूम की मौत हो गई।
महिला के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। एक ट्विटर यूजर्स उतकर्ष कुमार सिंह ने महिला का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि, हाथों में 3 साल के बच्चे की लाश लेकर बदहवास भागती ये मां बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की गवाह है। जहां एम्बुलेंस न मिलने की वजह से मासूम की जान चली गई। बच्चे को पहले अरवल से जहानाबाद रेफर किया, फिर जहानाबाद से पटना।
हाथों में 3 साल के बच्चे की लाश लेकर बदहवास भागती ये मां बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की गवाह है। जहां एम्बुलेंस न मिलने की वजह से मासूम की जान चली गई। बच्चे को पहले अरवल से जहानाबाद रेफर किया, फिर जहानाबाद से पटना।
— Utkarsh Kumar Singh (@UtkarshSingh_) April 10, 2020
मरने के बाद शव ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस नहीं मिली। pic.twitter.com/h1gArUzAz2
डीएम ने दिए जांच के आदेश
इस मामले को सामने आने के बाद डीएम ने मामले की जांच करने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बीते शुक्रवार को अरवल जिले के शाहपुर गांव के रहने वाले गिरजेष कुमार अपने 3 साल के बीमार बेटे रिशु को लेकर जहानाबाद सदर अस्पताल इलाज करने पहुंचे थे। रिशु को खांसी और बुखार था। चिकित्सकों ने बीमार रिशु की स्थिति देखकर इसे पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने की सलाह दी।