Coronavirus: जानें कोरोना के डर के बीच क्या है ESMA, बिहार में हो सकता है लागू
Coronavirus: कोरोना के कहर को देखते हुए बिहार सरकार एक और बड़े फैसले का ऐलान कर सकती है। सरकार ESMA को लागू करने के लिए विचार कर रही है।

Coronavirus: कोरोना के कहर को देखते हुए जहां एक तरफ हर राज्य में तरह- तरह की सावधानियां बरती जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर स्कूल, जिम, रेस्टोरेंट को बंद कर दिया गया है। यह व्यव्सथा बिहार में भी लागू की गई है। साथ ही बिहार सरकार ने डॉक्टरों की छुट्टियों को भी रद्द कर दिया है।
वहीं बिहार में सरकारी स्वास्थ्य विभाग के लाचार को देखते हुए सरकार एक नया कानून ESMA को लाने पर विचार कर रही है। कानून पर मुहर लगने के बाद जल्द ही राज्य में इसे लागू कर दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य कर्मी को हड़ताल पर जाने से रोकने के लिए इस कानून को लाने पर विचार किया जा रहा है।
गृह विभाग एस्मा कानून को लागू करने के लिए सरकार को अपना प्रस्ताव भेज दिया है। हालांकि इस फैसले पर कब मुहर लगेगी, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। बता दें कि बिहार में कई बार ऐसा हुआ है कि कई डॉक्टर काफी लंबे दिनों के लिए हड़ताल पर जा चुके हैं।
कोरोना के हालात को देखते हुए इस वक्त अगर कोई भी डॉक्टर हड़ताल पर जाते हैं, तो स्थिति को संभालना काफी मुश्किल हो जाएगा। इस कारण सरकार ने इस कानून को लागू करने पर जल्द ही फैसला ले सकती है।
अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (ESMA)
अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (ESMA) को 1968 में लाया गया था। सरकारी कर्मचारी को हड़ताल पर जाने से रोकने के लिए इस कानून को पारित किया गया था। एस्मा को लागू करने से पहले ही किसी भी माध्यमों से सभी कर्मचारियों को सूचित किया जाता है।
इस कानून को अधिकतम 6 महीने के लिए लागू किया जा सकता है। कानून लागू होने के बाद अगर कोई भी कर्मचारी हड़ताल पर जाता है, तो उसे कानून के उल्लंघन के तहत सख्त कार्रवाई कर बिना वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है।