गजब: लंदन में कॉफी से चली बस, इतने लीटर कॉफी से चलेगी साल भर
पायलेट प्रोजेक्ट के लिए 6 हजार लीटर कॉफी-ऑयल तैयार किया गया है।

आपने पेट्रोल, डीजल, CNG या बैटरी से चलने वाले बस के बारे में सुना होगा या देखा होगा। लेकिन क्या आपने कभी कॉफी से चलने वाले बस के बारे में सोचा है या सुना है? ये खबर झूठी नहीं है या काल्पनिक नहीं है।
लंदन की एक स्टार्टअप कंपनी bio-bean ने कॉफी से बायो-फ्यूल बनाकर बस चलाकर दिखाया है। इस स्टार्टअप कंपनी ने इसकी जानकारी अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके दिया है। कंपनी ने बस को विभिन्न कंडीशन में चलाकर देखा और उसकी तस्वीर भी शेयर की है।
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We’re so excited to finally launch our coffee biodiesel project! Thanks to bio-bean, @Shell and Argent Energy, your #coffee is now helping fuel London buses! Visit https://t.co/6GY5bVEpuB to find out more. #makethefuture #London pic.twitter.com/xMBrHzxfpH
— bio-bean® (@bio_bean_UK) November 20, 2017
6 हजार लीटर 'कॉफी-फ्यूल' बनाया गया
कंपनी ने इस बॉयो फ्यूल को कमर्शियल तौर पर बनाने के लिए दो अन्य कंपनियों से साझेदारी की है।इस फ्यूल का इस्तेमाल लंदन की डीजल बसों में किया जा रहा है। अभी ऐसा प्रयोग के तौर पर किया जा रहा है। पायलेट प्रोजेक्ट के लिए 6 हजार लीटर कॉफी-ऑयल तैयार किया गया है। इतने फ्यूल से एक सिटी बस को एक साल तक चलाया जा सकता है।
खराब हो चुके कॉफी से बनता है यह 'कॉफी-फ्यूल'
Bio-Bean के फाउंडर ने कहा, "यह अच्छा उदाहरण है बताने के लिए कि कचरे का इस्तेमाल किस प्रकार ईंधन के रूप में किया जा सकता है।" इस ईंधन को बनाने के लिए कैफे, रेस्टोरेंट और फ्रैक्ट्रियों से इस्तेमाल हो चुकी कॉफी को उठाकर रिसाइकिलिंग फैसिलिटी ले जाया जाता है।
9,500 बसों में पहले से ही इस्तेमाल हो रहा है 'बायो-फ्यूल'
कॉफी ऑयल निकालने से पहले कॉफी को सुखाया जाता है। इसके बाद कॉफी ऑयल को अन्य प्रकार के फ्यूल के साथ मिलाया जाता है। कुकिंग ऑयल और चरबी के बायो फ्यूल का इस्तेमाल पहले से ही लंदन की 9,500 बसों में हो रहा है।
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पेट्रोलियम की कमी को कर सकता है पूरा
ऐसा पहली बार हुआ जब कॉफी ऑयल से एक बस को चलाया गया हो। आने वाले समय में यह एक स्वच्छ ईंधन के साथ-साथ पेट्रोलियम का एक विकल्प हो सकती है। इस बायो-फ्यूल के बन जाने से भविष्य में पेट्रोलियम की कमी से निजात मिल सकता है।
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