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सिर्फ 15 साल तक ही चलेगी भारत की सबसे भारी सैटेलाइट जीसैट 11, जानें क्यों ?

भारतीय स्‍पेस एजेंसी (ISRO) अब तक की सबसे भारी सैटेलाइट GSAT-11 को लॉन्च कर दिया है। इसके साथ ही इस सैटेलाइट को दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना स्पेस सेंटर से फ्रांस के एरियन-5 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया है।

सिर्फ 15 साल तक ही चलेगी भारत की सबसे भारी सैटेलाइट जीसैट 11, जानें क्यों ?
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भारतीय स्‍पेस एजेंसी (ISRO) अब तक की सबसे भारी सैटेलाइट GSAT-11 को लॉन्च कर दिया है। इसके साथ ही इस सैटेलाइट को दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना स्पेस सेंटर से फ्रांस के एरियन-5 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया है।

ISRO का यह अब तक का सबसे ज्यादा वजन वाली सैटेलाइट है, जिसका वजन करीब 5,845 किलोग्राम है। यूरोपीयन स्पेस ट्रांसपोर्टर Arianespace के अनुसार, इस सैटेलाइट को भारतीय समय के अनुसार, रात के 2.07am और 3.23am के बीच आज लॉन्च किया है।
यह भी माना जा रहा है कि ISRO की यह सैटेलाइट अगर सही सलामत अंतरिक्ष में पहुंच गई तो लोगों को 14gbps की स्पीड से इंटरनेट मिलेगा। साथ ही टेलीकॉम कंपनियों को फायदा भी हो सकता है और इतना ही नहीं यह भी माना जा रहा है कि यह सैटेलाइट गेम चेंजर साबित हो सकता है।

GSAT-11 की खुबियां

1. GSAT-11 एक बेहतर क्षमता की सैटेलाइट है, जो कि Ku-बैंड के साथ Ka-बैंड फ्रीक्वेंसी में 40 ट्रांसपोंडर्स को एक साथ ले जानें में सक्षम है।
2. इस सैटेलाइट की वैधता 15 साल की है और इसमें 4 मीटर का सोलर पैनल लगाया है, जिसका साइज लगभग एक कमरे के बराबर है।
3. इस सैटेलाइट से लोगों को 14gbps की स्पीड से इंटरनेट दिया जाएगा।
4. यह सैटेलाइट एडवांन्स जनरेशन के लिए एक ताकतवर प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।
5. जीसेट 11 भारत के ग्रामीण इलाकों में ब्रॉडबैंड सेवाओं में अहम भूमिका निभाएगी और खासकर ग्रामीण इलाकों में तेज इंटरनेट सेवा मिलेगी।
6. इस सैटलाइट की खास बात है कि यह बीम्स को कई बार उपयोग करने में सक्षम है, जिससे पूरे देश के हर एक इलाके को कवर करेगी।
7. GSAT-11 में चार उच्च क्षमता वाले थ्रोपुट सैटलाइट दिए हैं, जिसकी मदद से अगले साल से देश में प्रति सेकेंड 100 गीगाबाइट से ऊपर की ब्रॉडबैंड सर्विस देगा।
इससे पहले ISRO GSAT-19 और GSAT-29 सैटेलाइट्स को लॉन्च कर चुकी है और GSAT-20 को आने वाले साल में लॉन्च कर सकती है। अगर यह चारों सैटेलाइट अंतरक्षिक में सही से पहुंच जाती है, तो देश में लोगों के पास हाई स्पीड इंटरनेट होगा।
बता दें कि दक्षिण कोरिया अपने लोगों को सबसे तेज इंटरनेट इंटरनेट देता है, जिसकी स्पीड 28.6 एमबीपीएस है। वहीं तेज इंटरनेट की स्पीड के मामले में भारत का स्थान 89वां है। भारत में औसत इंटरनेट स्पीड 6.5 एमबीपीएस है।

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