खुशखबरी: देश में जल्द घट सकते है सोने के दाम, जानिए इसके पीछे की वजह
देश में सोने की मांग 2018 की पहली तिमाही में 12 प्रतिशत घटकर 115.6 टन रही। मांग में गिरावट की वजह सोने के भाव ऊंचे रहे। 2017 की जनवरी - मार्च अवधि में कुल मांग 131.2 टन थी।

देश में सोने की मांग 2018 की पहली तिमाही में 12 प्रतिशत घटकर 115.6 टन रही। मांग में गिरावट की वजह सोने के भाव ऊंचे रहे। 2017 की जनवरी - मार्च अवधि में कुल मांग 131.2 टन थी।
विश्व स्वर्ण परिषद ( डब्ल्यूजीसी ) ने 2018 की पहली तिमाही के लिए अपनी ' गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स’ रिपोर्ट में यह बात कही। मूल्य के आधार पर , स्वर्ण मांग 8 प्रतिशत गिरकर 31,800 करोड़ रुपए रह गई , जबकि 2017 की इसी तिमाही में यह 34,440 करोड़ रुपए थी।
मांग में गिरावट की कई वजह
डब्ल्यूजीसी इंडिया के प्रबंध निदेशक पीआर सोमसुंदरम ने कहा , ‘मांग में गिरावट की कई वजह हो सकती है। इसमें घरेलू स्तर पर सोने की कीमतों में तेजी , शादी - ब्याह जैसे शुभ दिनों की संख्या में गिरावट और केंद्रीय बजट में आयात शुल्क में कटौती की उम्मीद शामिल है।’
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आभूषण मांग 12 फीसदी गिरी
सोमसुंदरम ने कहा कि जीएसटी ने भी मांग को प्रभावित किया है। इसके अलावा पीएनबी बैंक घोटाले से भी मांग में नरमी आई है। वहीं, 2018 की पहली तिमाही में आभूषण मांग 12 प्रतिशत गिरकर 87.7 टन रह गई , जो कि 2017 की इसी तिमाही में यह 99.2 टन थी।
कुल निवेश मांग 13 फीसदी गिरी
मूल्य के आधार पर आभूषण मांग 7 प्रतिशत गिरकर 2017 की पहली तिमाही में 26,050 करोड़ रुपए से 2018 की पहली तिमाही में 24,130 करोड़ रुपए रह गई। आलोच्य तिमाही में कुल निवेश मांग पिछले वर्ष 32 टन से 13 प्रतिशत गिरकर इस वर्ष 27.9 रही।
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मूल्य के आधार पर मांग 9 फीसदी गिरी
मूल्य के आधार पर मांग 2018 में 9 प्रतिशत गिरकर 7,660 करोड़ रुपए रही , जो कि 2017 में 8,390 करोड़ रुपए थी। इसके अतिरिक्त , पहली तिमाही में स्वर्ण आयात में भी 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। 2018 की पहली तिमाही में आयात 153 टन रहा , जो कि 2017 की पहली तिमाही में 260 टन था।
स्वर्ण मांग 700 से 800 टन रहने की उम्मीद
सोमसुंदरम ने कहा कि 2018 के लिए देश की स्वर्ण मांग 700 से 800 टन के बीच रहने की उम्मीद है। वैश्विक स्त्तर पर जनवरी - मार्च तिमाही में स्वर्ण मांग सात प्रतिशत गिरकर 973 टन रह गयी।
2017 की इसकी तिमाही में कुल मांग 1,047 टन थी। मांग में गिरावट की बड़ी वजह सोने की छड़ और गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ( ईटीएफ ) की निवेश मांग में कमी है।
सोना और चांदी हुई सस्ती
सोने में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। घरेलू आभूषण निर्माताओं की मांग घटने से दिल्ली सराफा बाजार में गुरुवार को सोने का भाव 130 रुपए टूटकर दो सप्ताह के निचले स्तर 32,000 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया।
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं के कम उठाव से चांदी भी 50 रुपए गिरकर 40,200 रुपए प्रति किलोग्राम रह गई। कारोबारियों ने कहा कि घरेलू आभूषण निर्माताओं और खुदरा विक्रेताओं से मांग कम होने के चलते घरेलू हाजिर बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई।
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ख़ास बातें
1. मांग घटने से दस साल के निचले स्तर पर
2. सोने की मांग 12 प्रतिशत घटकर 115 टन
3. मांग में गिरावट की वजह सोने के ऊंचे भाव बताए जा रहे
4. जीएसटी ने भी सोने की मांग को प्रभावित किया
5. पीएनबी बैंक घोटाले से मांग में कमी आई
6. विश्व स्वर्ण परिषद ने गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट जारी की
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