अब ''ऑनलाइन ट्रांजेक्शन'' से डरें नहीं, मिलेगा 1 करोड़ रुपये तक का इंश्योरेंस कवर
कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।

ऑनलाइन पेमेंट और कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए अब ऑनलाइन फ्रॉड में हुए नुकसान की भरपाई भी इंश्योरेंस कंपनी करेगी। बहुत सारे लोग इस डर से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करते हैं कि उन्हें लगता है कि ऑनलाइन पेमेंट या ट्रांजेक्शन करने पर उनका पैसा डूब सकता है।
ये बात सच भी है, पिछले साल नोटबंदी के बाद जब सरकार ने कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने की बात की तो कई विपक्षी पार्टियों ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में साइबर अटैक का हवाला देकर इसका विरोध भी किया था।
यह भी पढ़ें- कराना चाहते हैं अपना नंबर पोर्ट? ये है पूरा तरीका
अब ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने में आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं होगी। अगर किसी भी तरह के साइबर अटैक या ऑनलाइन ठगी की घटना घटती है तो इसकी भरपाई अब इंश्योरेंस कंपनियां करेंगी।
ऐसा पहली बार हुआ है कि आम लोग भी ऑनलाइन फ्रॉड के कारण होने वाले नुकसान, आइडेंटिटी थेफ्ट (पर्सनल डिटेल्स की चोरी), साइबरस्टॉकिंग, जबरन वसूली, फिशिंग और मालवेयर अटैक के लिए इंश्योरेंस कवर खरीद सकेंगे।
पहले यह सुविधा केवल कॉरपोरेट्स और बिजनेसेज के लिए थे। जिन्हें कस्टमाइज्ड साइबर लायबिलिटी कवर कई सालों से मिल रहे हैं। इंश्योरेंस कंपनी बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस ने साइबर सेफ पॉलिसी को डिजाइन किया है।
यह भी पढ़ें- इन कारणों के हीरो मोटोकार्प की गिरी सेल, हुआ है जबरदस्त नुकसान
बजाज के इस पॉलिसी का मकसद इंडीविजुअल इंटरनेट और ई-कॉमर्स यूजर्स के बीच कंफर्ट लेवल को बढ़ाना है। कंपनी के मुताबिक यह अपनी तरह का पहला कवर है, जिसे कंज्यूमर के बदलते रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से तैयार किया गया है।
इस पॉलिसी में 1 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच सम इंश्योर्ड लिया जा सकता है। हालांकि, कंपनी ने प्रीमियम का खुलासा नहीं किया है। ऑफिसर्स के मुताबिक इसका प्रीमियम किसी व्यक्ति द्वारा इंटरनेट पर गुजारे जाने वाले घंटों पर निर्भर करेगा।
यह भी पढ़ें- तो इस वजह से हुआ था वॉट्सऐप का सर्वर डाउन...
इंडियन साइबर इंश्योरेंस मार्केट करीब 30 करोड़ रुपये का है। इस इंडस्ट्री में अभी इंस्टीट्यूशंस ही साइबर इंश्योरेंस खरीदती है। क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कई कंपनियों ने भी अपने कार्डहोल्डर्स को ऑनलाइन फ्रॉड के खिलाफ इंश्योरेंस कवर मुहैया करा रखा है।
आने वाले समय में साइबर क्राइम में होने वाले इजाफा को देखते हुए यह पॉलिसी आम लोगों को काफी राहत पहुंचा सकती है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App