सस्ता Petrol Diesel मिलने की वजह से नेपाल के पेट्रोल पंपों पर भारतीय गाड़ियों की लगी लाइन, नेपाल सरकार को जारी करने पड़े ये दिशानिर्देश
पाल से ईंधन भारत लाने की खबरों को देखते हुए नेपाल आयल निगम ने सीमावर्ती ज़िलों के पेट्रोल पंपों को दिशानिर्देश जारी किया। इस दिशानिर्देश में आठवें नम्बर पर कहा गया है कि भारतीय गाड़ियों (ट्रकों) में 100 लीटर से ज्यादा डीजल नहीं डालना है।

नेपाल पेट्रोल पंप
नई दिल्ली। देश में पेट्रोल डीजल (Petrol Diesel) के दाम आसमान छूते जा रहे हैं। लगभग सभी राज्यों में तेल के दामों ने रिकॉर्ड बनाया हुआ है। आम आदमी पर ऐसे वक्त जहां कोरोना महामारी की वजह महंगाई की डबल मार पड़ रही है। वहीं देश के अलावा अलावा अन्य जगहों पर कच्चे तेल के दामों में कमी है। नेपाल की बात करें तो यहां भारत के मुकाबले पेट्रोल-डीजल की कीमतों कम हैं। यही वजह है कि भारतीय तेल के लिए नेपाल का रुख कर रहे हैं। इसी को देखते हुए नेपाल से ईंधन भारत लाने की खबरों को देखते हुए (Nepal Oil Nigam) नेपाल आयल निगम ने सीमावर्ती ज़िलों के पेट्रोल पंपों को दिशानिर्देश जारी किया। इस दिशानिर्देश में आठवें नम्बर पर कहा गया है कि भारतीय गाड़ियों (ट्रकों) में 100 लीटर से ज्यादा डीजल नहीं डालना है। इसके अलावा गैलन या कंटेनर में डीजल/पेट्रोल देने पर भी रोक लगाई गई है। बता दें कि नेपाल में भारतीय करेंसी के हिसाब से पेट्रोल 70 रुपये 31 पैसे प्रति लीटर और डीज़ल 59 रुपये 69 पैसे प्रति लीटर है। भारत का एक रुपया नेपाल के एक रुपये 60 पैसे के बराबर होता है।
ईंधन की कालाबाजारी रोकने के लिए उठाए ये कदम
नेपाल आयल निगम के दिशानिर्देश में कहा गया है कि हर सीमावर्ती जिले के कम से कम 5 पेट्रोल पम्प की रोजाना जांच हो और वहां देखा जाए कि ईंधन की कालाबाजारी तो नहीं हो रही है। भारत की तरफ जाने वाली गाड़ियों की जांच की भी बात इसमें लिखी गई है। कोरोना की वजह से भारत नेपाल सीमा पर गाड़ियों की आवाजाही प्रतिबंधित है। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए ट्रकों को वैध कागज़ात के साथ सीमा के इस पार से उस पार जाने दिया जा रहा है। जबसे भारत में पेट्रोल डीज़ल की कीमतों में ज्यादा वृद्धि आयी है तभी से ऐसी खबरें आ रही हैं कि नेपाल से चोरी छुपे तेल लाकर भारत में बेचा जा रहा है।