जल्द ही माइक्रोसॉफ्ट का हो सकता है टिकटॉक, अमेरिका में नहीं लगेगा बैन
टिकटॉक और माइक्रोसॉफ्ट के बीच लगभग फाइल हो सकती है डील। 5 बिलियन में तय हो सकता है सौदा।

भारत में चाइनीज ऐप टिकटॉक बैन होने के बाद अमेरिका में भी डाटा सिक्योरिटी के चलते यह चर्चाओं में बनी हुई है। (America President) अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बैन करने तक की बात कह दी है। अब चर्चा है कि इस से बचने के लिए (TikTok) टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस टिकटॉक को माइक्रोसॉफ्ट को बेच सकती है। हालांकि इससे पहले बाइटडांस माइक्रोसॉफ्ट को कुछ ही हिस्सेदारी देना चाह रहा था, लेकिन इस पर बात नहीं बनने पर अब बाइटडांस माइक्रोसॉफ्ट को टिकटॉक की पूरी हिस्सेदारी बेच सकता है। अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका में टिकटॉक पर बैन नहीं लगाया जाएगा।
इतने रुपये में हो सकता है टिकटॉक का सौदा
दरअसल, चाइनीज ऐप टिकटॉक को भारत से भी (User's Data) यूजर्स का डाटा चोरी करने के आरोप में बैन कर दिया गया था। इसके बाद अमेरिका ने भी टिकटॉक पर कार्रवाई के लिए चेतावनी दी। ऐसे में खुद को अमेरिका में जमाये रखने के लिए टिकटॉक ने अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को कुछ हिस्सेदारी बेचने का प्लान बनाया था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इससे राजी नहीं थे। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि बाइटडांस टिकटॉक की पूरी हिस्सेदारी अमेरिका को बेचने के लिए तैयार हो गई है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट और टिकटॉक के बीच 5 बिलियन डॉलर्स में सौदा हो सकता है।
ऐसे बदल जाएगी डाटा की जिम्मेदारी
वहीं अगर टिकटॉक को माइक्रोसॉफ्ट खरीद लेता है तो यूजर्स के डाटा की जिम्मेदारी (Microsoft) माइक्रोसॉफ्ट की हो जाएगी। इसकी वजह यूजर्स का डाटा माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर पर स्टोर होना है। वहीं दूसरे शब्दों में कहें तो बाइटडांस ने चाइना से किनारा कर लिया है। हालांकि माइक्रोसॉफ्ट के साथ इस डील को लेकर टिकटॉक या माइक्रोसॉफ्ट की तरफ अभी तक आधिकारिक बयान नहीं आया है। बता दें कि भारत के बाद अमेरिका टिकटॉक के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।