Jyotish Shastra: रविवार के दिन सूर्य को प्रसन्न करने के लिए क्या करें और कौन से काम भूलकर भी ना करें, जानें...
Jyotish Shastra: रविवार के दिन भगवान सूर्यदेव की उपासना की जाती है। सूर्यदेव को साक्षात देवता माना जाता है। सूर्यदेव प्रतिदिन समस्त लोगों में विचरण करते हुए उर्जा का संचार करते हैं। वहीं ज्योतिष में उन्हें प्रसन्न करने के कुछ नियम और उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से वे शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं।

Jyotish Shastra: रविवार के दिन भगवान सूर्यदेव की उपासना की जाती है। सूर्यदेव को साक्षात देवता माना जाता है। सूर्यदेव प्रतिदिन समस्त लोगों में विचरण करते हुए उर्जा का संचार करते हैं। वहीं ज्योतिष में उन्हें प्रसन्न करने के कुछ नियम और उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से वे शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं। तो आइए जानते हैं सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन क्या करें और भूलकर भी क्या ना करें।
रविवार का वारपति सूर्य स्वयं जीवन का आधार होने से विष्णु रूप कहा गया है। अत: 'आरोग्यं भास्करादिच्छेत्' के नियम से रोग के प्रकोप को कम करने, स्वस्थ रहने, दवा का अनुकूल प्रभाव पैदा करने और आयु की रक्षा तथा आत्मबल, तन व मन की ताकत को देने वाला सूर्य है।
जन्म का कारण होने से सविता, प्रसविता, प्रसव कराने वाला परिवार वृद्धि का देवता है। जो लोग प्रजनन अंगों के विकार के कारण, अज्ञात कमी की वजह से औलाद का सुख नहीं देख पाते हैं, उनके लिए सूर्य की उपासना बहुत मुफीद होती है। सूर्य के लिए गायत्री मंत्र, केवल ओम् नाम या 'ओम् घृणि: सूर्य आदित्य:' का जप करना, जल चढ़ाना, माता पिता या उनके जैसे जनों को ठेस न पंहुचाना अच्छा है।
सूर्य को प्रसन्न रखने के कार्य
- सुबह मुंह को गीला रखकर सूर्य के सामने गायत्री मन्त्र या ओम् नाम का 10 या 28 बार जप करना चाहिए।
- घर में धूप और खुली हवा का प्रबंध, धूप सेंकना, बुजुर्गों के मन को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।
- घर में गंगाजल या किसी कुदरती सोते का जल सहेजना चाहिए।
- संक्रान्ति, अमावस्या, पूर्णिमा, अष्टमी के दिन और दोनों वक्त मिलने के समय कलह, बहस, देर तक सोना और संभोग से बचें। इनसे सारे ग्रहों की अनुकूलता बनती है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)