Akshaya Tritiya 2021: अक्षय तृतीया पर ये चीज करें दान, खुल जाएंगे आपके सौभाग्य के द्वार
- हिन्दू सनातन धर्म में तप, तप, तीर्थ, व्रत और दान का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है।
- जानें, अक्षय तृतीया के दिन क्या दान करें

मूर्तियां (प्रतीकात्मक फोटो)
Akshaya Tritiya 2021: हिन्दू सनातन धर्म में तप, तप, तीर्थ, व्रत और दान का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। जो भी व्यक्ति नियमपूर्वक व्रत-त्योहार के दिन दान-पुण्य आदि करता है उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। इस दिन जो भी व्यक्ति विधि पूर्वक स्नान-दान करता है वह पाप मुक्त हो जाता है और भगवान का प्रिय हो जाता है। इस दिन दान-पुण्य करने से व्यक्ति के सौभाग्य के द्वार खुल जाते हैं। तो आइए जानते हैं अक्षय तृतीया के दिन क्या दान करने से व्यक्ति के सौभाग्य के द्वार खुलते हैं।
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पात्र का दान
अक्षय तृतीया के दिन जल का कोई पात्र यानी बर्तन जैसे गिलास, घड़ा आदि का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। ग्रीष्मकाल में जल से जुड़ी हुई शीतल चीजों का दान करना हिन्दू धर्मशास्त्रों में बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है।
गोसेवा करें
अक्षय तृतीया के दिन गुड़ का दान करें या जल में गुड़ मिलाकर किसी गाय को पिलाएं। आप चाहें तो इस दिन आटे में गुड़ मिलाकर यानि मीठी रोटी बनाकर भी गाय को खिला सकते हैं। अक्षय तृतीया रविवार को है ऐसे में यह उपाय आपके सूर्य को बलवान बनाएगा। ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि इससे आरोग्य की प्राप्ति होती है। हृदय को बल मिलता है और सरकारी क्षेत्र एवं पैतृक धन संपत्ति से सुख मिलता है।
जौ दान करें
अक्षय तृतीया के दिन जौ खरीदकर भगवान विष्णु के चरणों में अर्पित करें और इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद जौ के दानों को किसी लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें। जौ को कनक यानी सोने के समान माना गया है। जौ का दान भी स्वर्ण दान के समान कहा गया है। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा है। इसे शगुन माना जाता है। इस वर्ष सोना खरीदने के लिए घर से बाहर आप नहीं जा सकते हैं। दूसरी ओर मंदी के दौर में धन की बचत के लिए भी आप इस उपाय से अक्षय तृतीया का शगुन कर सकते हैं।
अन्न दान महादान
अक्षय तृतीया पर अन्न दान करना बहुत ही पुण्य फलदायी माना गया है। इस दिन किए गए दान का पुण्य कभी समाप्त नहीं होता है। इसलिए अपने आस-पास के किसी जरूरतमंद को अपनी सामर्थ्य के मुताबिक, चावल आटा या कोई अन्य अनाज दान दें। अगर आप चाहें तो इसकी मात्रा बढ़ा भी सकते हैं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)